हार्दिक पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाकर अपने बल्ले से धाकड़ प्रदर्शन किया लेकिन टीम को पहले वनडे में हार का सामना करना पड़ा। हार्दिक पांड्या ने 76 गेंदों पर 90 रन की पारी खेली। इस हार के बाद हार्दिक पांड्या ने खुद की भूमिका के बारे में एक बयान दिया। गेंदबाजी को लेकर हार्दिक पांड्या की प्रतिक्रिया आई है।
खुद की गेंदबाजी को लेकर हार्दिक पांड्या ने कहा कि यह एक प्रक्रिया है। (लंबे अंतराल के बाद गेंदबाजी में वापसी करना)। मैं आगे का लक्ष्य देख रहा हूं जहां मैं सबसे महत्वपूर्ण खेलों के लिए अपनी गेंदबाजी क्षमता का 100% होना चाहता हूं। विश्व कप आ रहे हैं। अधिक महत्वपूर्ण श्रृंखलाएं आ रही हैं।
हार्दिक पांड्या आगे का सोच रहे हैं
मैच के बाद प्रेस वार्ता में पांड्या ने खुद गेंदबाजी नहीं करने के सवाल पर जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं एक दीर्घकालिक योजना के रूप में सोच रहा हूं, न कि अल्पावधि। यह एक प्रक्रिया है, जिसका मैं अनुसरण कर रहा हूं। जब मैं गेंदबाजी करने जा रहा हूं तो मैं आपको बिल्कुल नहीं बता सकता लेकिन प्रक्रिया जारी है। नेट्स में, मैं गेंदबाजी कर रहा हूं। बस इतना है कि मैं खेल के लिए तैयार नहीं हूं लेकिन मैं गेंदबाजी कर रहा हूं। यह आत्मविश्वास के बारे में है और इसका प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में होना है।
गौरतलब है कि हार्दिक पांड्या जब गेंदबाजी शुरू कर देंगे तब भारतीय टीम में संतुलन बनेगा। पांड्या के गेंदबाजी में आने से टीम में एक बल्लेबाज को खिलाने की जगह हो जाएगी। अभी टीम को ज्यादा गेंदबाज मैदान पर उतारने पड़ते हैं। रोहित शर्मा के नहीं होने के कारण एक अतिरिक्त बल्लेबाज को अंतिम ग्यारह में शामिल करना ख़ासा अहम हो जाता है। पांड्या की गेंदबाजी से टीम में विकल्प भी बढ़ जाएंगे। चोट के बाद वापस आने से अब तक उन्होंने गेंदबाजी नहीं की है।