भारतीय महिला टी20 टीम की कप्तान और हरमनप्रीत कौर और उप कप्तान स्मृति मंधाना ने रमेश पोवार को टीम का कोच बनाए रखे जाने की मांग की है। इन दोनों खिलाड़ियों ने बीसीसीआई को एक पत्र लिखकर टीम में रमेश पोवार के अहम योगदान का जिक्र किया है।
गौरतलब है रमेश पोवार का कोच के तौर पर करार महिला वर्ल्ड टी20 तक ही था। उनकी कोचिंग में भारतीय महिला टीम सेमीफाइनल तक पहुंची, जहां उसे हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद दिग्गज खिलाड़ी मिताली राज ने उनके ऊपर खुद को अपमानित करने का आरोप लगाकर सनसनी मचा दी। वहीं पोवार ने भी मिताली राज पर पलटवार करते हुए उन पर कोचों को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था। इस पूरे विवाद के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने रमेश पोवार का कार्यकाल नहीं बढ़ाया और नए कोच के लिए आवेदन मंगाए हैं। हालांकि अब हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना ने रमेश पोवार का समर्थन किया है।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक हरमनप्रीत ने जो मेल बीसीसीआई को लिखा है उसमें उन्होंने कहा है कि पिछले 6 महीने में रमेश पोवार के कार्यकाल के दौरान हमारी टीम में काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिले और विश्व की शीर्ष टीमों में हमने अपना एक बेंचमार्क स्थापित किया। सेमीफाइनल में मिली हार से हम काफी निराश हैं लेकिन उससे भी ज्यादा निराशा हमें उसके बाद पैदा हुए विवाद से हो रही है। इससे हमारी छवि को गहरा धक्का लगा है और पूरे क्रिकेट पर सवालिया निशान खड़े हुए हैं। हरमनप्रीत ने आगे लिखा कि रमेश पोवार ने ना केवल हमारे खेल को सुधारा बल्कि हमें खुद का लक्ष्य बनाने के लिए प्रेरित भी किया। उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम का चेहरा ही बदल कर रख दिया। तकनीकि तौर पर और रणनीति के हिसाब से भी उन्होंने बेहतरीन काम किया।
हरमनप्रीत ने लिखा कि वो फैसला पूरी तरह से एक रणनीति के तहत किया गया था। मैं, स्मृति मंधाना, चयनकर्ता सुधा शाह और अन्य कोच यही चाहते हैं कि हमें विनिंग कॉम्बिनेशन के साथ जाना चाहिए। टी20 टीम की कप्तान और वनडे टीम की उप कप्तान के तौर पर मैं आपसे अपील करती हूं कि रमेश पोवार को कोच बने रहने दिया जाए। अगले टी20 वर्ल्ड कप में सिर्फ 15 महीने का वक्त बचा है और जिस तरह से पोवार ने हमारी टीम में सकारात्मक बदलाव लाया है, उसे देखते हुए उन्हें कोच पद से हटाने का कोई कारण नहीं बनता है। मंधाना ने भी अपने लिखे पत्र में यही बात कही है।
आपको बता दें मिताली राज ने रमेश पोवार पर आरोप लगाया था कि उनका रवैया मुझे लेकर सकारात्मक नहीं था और वो पक्षपात कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि अगर मैं नेट में बल्लेबाजी कर रही होती थी तो वो वहां से चले जाते थे लेकिन अगर कोई दूसरी बल्लेबाज बैटिंग कर रही होती थी तो उसको देखते थे। अगर मैं उनसे बात करने की कोशिश करती थी तो वो अपने फोन में देखने लगते थे और वहां से चले जाते थे। ये मेरे लिए काफी अजीब सा था और सब इसके गवाह हैं।
इसके बाद रमेश पोवार ने मिताली राज के आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि मिताली राज खुद को टीम से ऊपर रखती थीं। वो कोचों को भी ब्लैकमेल करती थीं और यहां तक कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले उन्होंने धमकी दे डाली थी कि अगर उनसे ओपनिंग नहीं करवाई गई तो वो संन्यास ले लेंगी। रमेश पोवार ने मिताली राज पर खुद के रिकॉर्ड के लिए खेलने का आरोप लगाया। रमेश पोवार के इस आरोप के बाद मिताली राज ने इसे अपने करियर का काला दिन बताया था।
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