Harshit Rana dismisses outside noise: भारतीय तेज गेंदबाज हर्षित राणा लगातार चर्चा में बने रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में खेले गए पहले वनडे मैच में उन्हें वनडे डेब्यू करने का भी मौका मिला। जब हर्षित को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था तो उनके लिए काफी नेगेटिव कमेंट्स आ रहे थे। लोग लगातार ये कह रहे थे कि अर्शदीप सिंह को बाहर करके हर्षित को मैदान में उतरना खराब फैसला है। हर्षित को शुरुआती तीन ओवर में काफी रन भी पड़े थे। इसके बाद लोगों के और कमेंट्स आने लगे थे। हालांकि, पहले वनडे में तीन विकेट लेने के बाद हर्षित ने कहा है कि वह बाहर से आने वाले शोर पर ध्यान नहीं देते हैं।
हर्षित जब अपना तीसरा और पारी का छठा ओवर लेकर आए तो फिल साल्ट ने उन्हें 26 रन कूट दिए। पहले तीन ओवर में ही उन्होंने 37 रन खर्च कर दिए थे। इसके बावजूद रोहित शर्मा उन्हें दूसरे स्पेल के लिए लेकर आए और यहां उन्हें एक ही ओवर में बेन डकेट और हैरी ब्रूक के विकेट मिल गए। हर्षित के इसी ओवर ने मैच में भारत की वापसी कराई और इसके बाद लगातार भारत की पकड़ मजबूत ही रही।
हर्षित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, लोग हमेशा बोलते रहेंगे। मैं केवल खेलना चाहता हूं चाहे अच्छा हो या बुरा। मुझे फर्क नहीं पड़ता। मेरा लक्ष्य केवल अपने देश के लिए अच्छा करने का है। जब आप मैदान में आते हैं उसके बाद ही आपको पता चलता है कि आप मैच खेल रहे हैं या नहीं। हालांकि, मैं खुद को हमेशा तैयार रखता हूं क्योंकि मुझे पता है कि कभी भी कुछ भी हो सकता है।
भले ही हर्षित की शुरुआत में काफी पिटाई हुई थी, लेकिन बाद में उन्होंने काफी शानदार वापसी की थी। सात ओवर की गेंदबाजी में एक मेडन सहित उन्होंने 53 रन खर्च किए और कुल तीन विकेट अपने नाम किए। हर्षित ने लियाम लिविंगस्टोन का विकेट भी हासिल किया था। उनकी गति और उछाल ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान किया और चौंकाया भी। ब्रूक और लिविंगस्टोन के साथ ही डकेट का विकेट भी उन्हें शॉर्ट गेंद पर ही मिला था। इन तीनों विकेट में एक चीज कॉमन थी और वह थी गेंद की बाउंस और उसकी गति।