दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) के वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) के बाद वनडे से संन्यास के फैसले से फैंस के साथ-साथ हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) भी दुखी हैं। डी कॉक ने वर्ल्ड कप की शुरुआत से पहले ही अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी और साफ़ कर दिया था कि भारत में होने वाले आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के बाद, वो 50 ओवरों के फॉर्मेट को अलविदा कह देंगे।
हालाँकि, अपने आखिरी वनडे वर्ल्ड कप में बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अभी तक जबरदस्त खेल दिखाया है और टूर्नामेंट के 23 मैचों के बाद, सबसे ज्यादा रन और शतक बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनके नाम पांच पारियों में 81.40 की औसत से 407 रन और तीन शतकीय पारियां दर्ज हैं। मौजूदा वर्ल्ड कप में अन्य किसी बल्लेबाज ने अभी तक दो शतक भी नहीं लगाए हैं।
मंगलवार, 23 अक्टूबर को क्विंटन डी कॉक ने 170 रनों की पारी खेली और दक्षिण अफ्रीका के लिए वर्ल्ड कप इतिहास का दूसरा सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर बनाया। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने चौथे विकेट के लिए हेनरिक क्लासेन (90) के साथ 142 रन जोड़े और दक्षिण अफ्रीका के 50 ओवर में 382/5 के स्कोर तक पहुँचने में अहम भूमिका अदा की।
उनकी शानदार फॉर्म के कारण ही सभी चाहते हैं कि डी कॉक अपने फैसले को बदल लें और वनडे फॉर्मेट को अलविदा न कहें।
क्विंटन डी कॉक का संन्यास लेना दुखद है - हेनरिक क्लासेन
स्टार स्पोर्ट्स के हवाले से हेनरिक क्लासेन ने डी कॉक के संन्यास के फैसले को लेकर कहा,
उन्हें संन्यास नहीं लेने के लिए मनाना मुश्किल होगा। वह हमारे लिए शानदार रहे हैं और पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण अफ्रीका के लिए शानदार रहे हैं। उन्हें जाते हुए देखना दुखद है, लेकिन उम्मीद है कि वह अच्छी तरह से विदाई लेंगे। वह टूर्नामेंट में हमारे लिए शानदार रहे हैं।