आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 (ICC ODI World Cup 2023) का 38वां मैच श्रीलंका और बांग्लादेश (SL vs BAN) के बीच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाना है। इस मुकाबले पर प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। दोनों ही टीमों ने एक-एक दिन अपने पूरे अभ्यास सत्र को प्रदूषण की वजह से रद्द कर दिया था। ऐसे में मुकाबले पर भी रद्द होने का खतरा है।
दिल्ली का एक्यूआई लेवल 400 से ज्यादा है और इसी वजह से श्रीलंका और बांग्लादेशी खिलाड़ियों को मैदान पर सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। कुछ खिलाड़ियों को मैदान पर मास्क लगाकर भी देखा गया। अगर स्थिति ऐसी ही रहती है, तो फिर मुकाबले को रद्द भी किया जा सकता है।
प्रदूषण से निपटने के लिए आईसीसी का प्रोटोकॉल क्या है?
श्रीलंका और भारत के बीच 2017 के दिल्ली टेस्ट के बाद से, जिसमें कई खिलाड़ियों को मैदान में रहने के बाद उल्टी हुई थी, और सांस लेने में भी तकलीफ हुई थी, उसके बाद से ही आईसीसी ने दिशानिर्देश तैयार किए थे जिसमें खराब वायु गुणवत्ता को मौसम की घटनाओं के समान माना जाएगा जो खेल में बाधा डालते हैं, जैसे बारिश और बिजली की स्थिति में नियम लागू होते हैं।
इसका मतलब है कि स्टेडियम में हैंडहेल्ड उपकरणों के माध्यम से बीसीसीआई कर्मचारियों द्वारा वायु गुणवत्ता की निगरानी की जाएगी और इन रीडिंग को आईसीसी के मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ बांग्लादेश और श्रीलंका दोनों टीमों के मेडिकल स्टाफ को भी बताया जाएगा। मैच अधिकारियों के पास पहले से ही दिशानिर्देश हैं कि किस तरह की वायु गुणवत्ता की स्थिति खेलने के लिए उपयुक्त है।
आईसीसी के मुताबिक, 200 से नीचे के एक्यूआई लेवल को खेलने के दृष्टिकोण से सुरक्षित माना जाता है। हालाँकि, मैदान पर खिलाड़ी कैसा महसूस करते हैं, इस बार पर भी निगरानी रखी जाएगी।
मैच रद्द होने पर क्या होगा?
यदि परिस्थितियां उपयुक्त नहीं हैं, तो अधिकारी उस समय तक रीडिंग देखेंगे जब तक कि यह खेल की अनुमति देने के लिए पर्याप्त रूप से सुधार न करे। यदि शाम 7:30 तक जो कट ऑफ टाईम है, स्थिति में सुधार नहीं होता है तो फिर मैच को रद्द कर दिया जायेगा। इस स्थिति में दोनों टीमों को एक-एक अंक मिलेगा।