इंग्लैंड क्रिकेट में पिछले कुछ समय में कई बड़े बदलाव हुए हैं और इन्हीं में से एक बदलाव इंग्लैंड के नए टेस्ट कप्तान के रूप में बेन स्टोक्स (Ben Stokes) का नियुक्त होना है। जो रुट के कप्तानी छोड़ने के बाद स्टोक्स के यह जिम्मेदारी दी गई है। अक्सर कप्तान बनने के बाद खिलाड़ियों का व्यक्तिगत प्रदर्शन प्रभावित होता है लेकिन नए टेस्ट कप्तान ने कहा कि इस नई जिम्मेदारी का प्रभाव ऑलराउंडर के रूप में उनके प्रदर्शन पर नहीं पड़ेगा।
हाल ही में मीडिया ने एंड्र्यू फ़्लिंटॉफ़ और सर इयान बॉथम के कप्तान बनने के बाद उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन पर प्रभाव का जिक्र किया था और स्टोक्स को लेकर चिंता जाहिर की थी कि उनका प्रदर्शन भी प्रभावित न हो।
स्टोक्स ने उल्लेख किया कि कैसे लोगों ने उनकी तुलना कई वर्षों से एंड्रयू फ्लिंटॉफ और सर इयान बॉथम से की है लेकिन उन्होंने कभी भी क्रिकेट के दो महान खिलाड़ियों की तरह बनने की कोशिश नहीं की।
स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में स्टोक्स ने कहा,
जो लोग उस तरह की चीजों को लिखते हैं, वे उन लोगों के उदाहरण से लिख रहे हैं जिन्होंने यह भूमिका निभाई है। मुझे 18 साल की उम्र से ही एंड्रयू फ्लिंटॉफ और सर इयान बॉथम के टैग के साथ रहना पड़ा है। लेकिन मैंने हमेशा कहा है कि मैं कभी भी फ्लिंटॉफ या बॉथम बनने की कोशिश नहीं कर रहा हूं। मैं बेन स्टोक्स हूं।
आपको बता दें कि इयान बॉथम ने 12 टेस्ट मैचों में कप्तानी की और एक भी मैच नहीं जीत पाए। वहीँ फ़्लिंटॉफ़ ने 11 टेस्ट मैचों में महज दो में ही जीत हासिल की थी और सात मैचों में हार का सामना करना पड़ा।
इंग्लैंड की टेस्ट कप्तानी को स्वीकार करने को लेकर भी बेन स्टोक्स ने दी प्रतिक्रिया
बेन स्टोक्स ने कहा कि उन्हें कप्तानी के पद को स्वीकार करने के लिए ज्यादा नहीं सोचना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी स्थिति है जिसे कोई ठुकरा नहीं सकता। स्टोक्स ने यह भी कहा कि कई चीजें हैं जो नेतृत्व की भूमिका के साथ आती हैं। ऑलराउंडर खिलाड़ी ने कहा,
इसमें ज्यादा समय नहीं लगा। जाहिर है, आपको इसे किसी तरह का ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि यह ऐसी भूमिका नहीं है जहां आप केवल हाँ कह सकते हैं।' क्योंकि आपको इस जिम्मेदारी के साथ आने वाली हर चीज के बारे में सोचना होगा। इसमें बहुत समय नहीं लगा और यह वास्तव में ऐसी भूमिका नहीं है जिसे आप ठुकरा नहीं सकते हैं।