ऑस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व कप्तान इयान चैपल (Ian Chappell) ने कहा कि 'विचित्र' एक उपयुक्त शब्द है, जो इंग्लैंड के बल्लेबाजों को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत के स्पिनरों को बेअसर करने का प्रयास करता है। चैपल का मानना है कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने स्पिन के खिलाफ एक अलग अयोग्यता प्रदर्शित की और भारत ने इसका फायदा उठाया।
Espncricinfo के लिए एक कॉलम में इयान चैपल ने लिखा कि विराट कोहली ने अहमदाबाद में डे-नाईट के तीसरे टेस्ट को 'विचित्र' के रूप में वर्णित किया, यह एक शब्द है जो भारत के स्पिनरों के साथ सामना करने के लिए इंग्लैंड के बल्लेबाजों के प्रयासों का वर्णन करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि चेन्नई की पिच पर भारत ने तीन स्पिनर मैदान पर उतारे जो इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल साबित हुए। जो रूट के अलावा अन्य सभी बल्लेबाजों ने स्पिन के खिलाफ अपनी योग्यता का प्रदर्शन किया। भारत ने इंग्लैंड को मानसिक डर होने की सही गणना की और इसका फायदा भी उठाया।
इयान चैपल का पूरा बयान
उन्होंने कहा कि जिस समय अक्षर पटेल ने जॉनी बेयरस्टो को एक सीधे बॉल के साथ आउट करने के लिए थिम्बल-एंड-पी ट्रिक को अपनाया, इंग्लिश टीम परेशानी में थी। जब गंभीर रूप से स्पिन चुनौती सामने होती है तो इंग्लैंड के बल्लेबाज अपने डिफेन्स पर भरोसा नहीं कर पाते हैं। इसका उदाहरण यह है कि वे क्रीज छोड़कर गेंदबाज की लेंथ बदलने के बजाय रिवर्स स्वीप खेलने के लिए जा रहे थे।
चैपल ने यह भी कहा कि ओली पोप को भारतीय स्पिनरों के खिलाफ अपने पैरों का उपयोग करने का सही विचार था लेकिन गलत निष्पादन था। चैपल ने उनकी सोच सही मानी लेकिन शॉट खेलने के अंदाज में तकनीकी खामी मानी।
उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद की स्पिन पिच और इंग्लैंड के खेल को लेकर अब तक बयान आ रहे हैं। हालांकि चैपल ने पिच को लेकर कोई बयान नहीं दिया।