Shohely Akhter Ban: मंगलवार को बांग्लादेशी क्रिकेट फैंस को आईसीसी ने एक तगड़ा झटका दिया। दरअसल, आईसीसी ने महिला क्रिकेटर शोहेली अख्तर पर पांच साल का बैन लगाया है। अगले पांच सालों तक शोहेली अख्तर किसी भी तरह के क्रिकेट मैच में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। शोहेली अख्तर ने आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के पांच प्रावधानों का उल्लंघन करने की बात स्वीकार की है। उनके ऊपर टी20 वर्ल्ड कप 2023 के मैचों के दौरान मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे। अख्तर ने संहिता के अनुच्छेद 2.1.1, 2.1.3, 2.1.4, 2.4.4 और 2.4.7 के उल्लंघन के आरोपों को स्वीकार किया। उनके बैन की अवधि 10 फरवरी, 2025 से शुरू हुई है।
शोहेली अख्तर पर लगा 5 साल का बैन
बता दें कि 2023 में ढाका के एक न्यू चैनल जमुना टीवी ने एक ऑडियो जारी किया था जिसमें कथित तौर पर दो क्रिकेटर आपस में फिक्सिंग को लेकर बात कर रहे थे। इसमें बताया गया था कि शोहेली ने लता मंडल को मैच फिक्सिंग के लिए सम्पर्क किया था। लेकिन शोहेली ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि यह गलतफहमी का मामला था। लता मंडल और बीसीबी ने इस बात की जानकरी खुद आईसीसी की एंटी करप्शन ब्यूरो यूनिट को दी थी।
आईसीसी के दस्तावेज के अनुसार, 14 फरवरी 2023 को महिला टी 20 वर्ल्ड कप 2023 में बांग्लादेश बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच से पहले अख्तर ने फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से अपने दोस्त और टीम के साथी से संपर्क किया और अपने वॉयस नोट्स भेजे, जिसमें उन्होंने उनको भविष्य के बांग्लादेश मैचों में फिक्सिंग करने के लिए सहमत होने के लिए मनाने की कोशिश की।
इसी के साथ शोहेली ने प्लेयर को बताया था कि उसका चचेरा भाई मैचों के दौरान सट्टा लगाता है और उसने उसे तुमसे बात करने और पूछने के लिए कहा है कि क्या तुम ऑस्ट्रेलिया मैच के दौरान हिट विकेट आउट होगी। अख्तर ने खिलाड़ी को यह भी बताया कि अगर उसने फिक्सिंग की तो उसे 2 मिलियन बांग्लादेशी टका मिलेंगे।
इसी के साथ शोहेली ने प्लेयर को पैसे बढ़ाने का भी ऑफर दिया था और इस पूरी बातचीत को गुप्त रखने की बात कही थी। हालांकि, बांग्लादेशी खिलाड़ी ने इन सभी ऑफर्स को ठुकरा दिया था और आईसीसी की खास यूनिट को इसके बारे में बता दिया था। एसीयू के इंटरव्यू के दौरान शोहेली ने इन आरोपों को स्वीकार किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें ये हरकत सिर्फ इसलिए की थी, क्योंकि वो अपने दोस्त को दिखाना चाहती थीं कि बांग्लादेशी खिलाड़ी मैच फिक्सिंग नहीं करते।
इंटरव्यू के दौरान शोहेली ने इस बात को भी कबूला की उनके पास दो मोबाइल फोन थे और वो सट्टेबाज से एक साल पहले से सम्पर्क में थीं। जांच और सबूतों के माध्यम से ICC ने अख्तर पर कोड आर्टिकल्स के तहत आरोप लगाए।
शोहेली ने आरोपों को स्वीकार कर लिया, इस वजह से सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। अख्तर ने इस प्रतिबंध पर सहमति जताई है। उनके पास आईसीसी के इस बैन के खिलाफ अपील करने का कोई अधिकार भी नहीं है।