हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज (AUS vs SA) की शुरुआत हुई। सीरीज का पहला मैच ब्रिस्बेन में खेला गया, जिसमें दो दिन भी पूरी तरह से खेल नहीं हुआ और मैच का नतीजा आ गया। ब्रिस्बेन की पिच तेज गेंदबाजों के लिए बहुत मददगार साबित हुई और पूरे मैच में कुल 34 विकेट गिरे। इतनी जल्दी मैच खत्म हो जाने के बाद, पिच को लेकर काफी चर्चा हुई और अब आईसीसी ने भी ब्रिस्बेन टेस्ट की पिच को औसत से कम करार देते हुए, एक डिमेरिट पॉइंट भी दिया है।
बता दें कि ब्रिस्बेन टेस्ट में महज 866 गेंदें ही फेंकी गई और यह ऑस्ट्रेलिया में खेला गया दूसरा सबसे छोटा टेस्ट साबित हुआ। अपनी टीम की हार के बाद, दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने भी पिच को बल्ले और गेंद के बीच उचित मुकाबले वाली नहीं बताया था और अब आईसीसी ने भी यही माना है।
एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप श्रृंखला के पहले मैच के लिए इस्तेमाल की गई ब्रिसबेन क्रिकेट ग्राउंड की पिच को 'औसत से कम' करार दिया है और इस वेन्यू को आईसीसी पिच और आउटफील्ड निगरानी प्रक्रिया के तहत एक डिमेरिट अंक मिला है।
उन्होंने कहा,
कुल मिलाकर इस टेस्ट मैच के लिए गाबा की पिच गेंदबाजों के पक्ष में थी। अतिरिक्त उछाल और कभी-कभी अत्यधिक सीम मूवमेंट था। दूसरे दिन भी गेंद कम रही जिससे बल्लेबाजों के लिए साझेदारी करना काफी मुश्किल हो गया।
मैंने पाया कि आईसीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार पिच 'औसत से कम' थी क्योंकि यह बल्ले और गेंद के बीच बराबरी का मुकाबला नहीं था।
ऑस्ट्रेलिया ने दर्ज की थी 6 विकेट से जीत
टॉस हारकर पहले खेलते हुए दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 152 के स्कोर पर सिमट गई थी, जवाबी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने ट्रैविस हेड के 92 रनों की बदौलत 218 का स्कोर बनाया। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी महज 99 रनों पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने जीत के लिए मिले 34 रनों के लक्ष्य को चार विकेट खोकर हासिल करते हुए सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट मुकाबला 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जायेगा।