पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket team) का विवादों से गहरा नाता रहा है। खिलाड़ियों का बोर्ड या फिर पूर्व क्रिकेटरों व कोचिंग स्टाफ के साथ विवादों का खुलासा होता रहा है। अहमद शहजाद (Ahmed Shehzad) भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने अपना करियर बर्बाद होने का आरोप कोच पर लगाया।
अहमद शहजाद को करीब तीन साल से राष्ट्रीय टीम में मौका नहीं मिला है। 30 साल के शहजाद ने टीम से अपनी जगह गंवाने का आरोप पूर्व कोच वकार यूनिस पर लगाया था। शहजाद ने पिछले महीने सुर्खियां बटोरी थी जब उन्होंने दावा किया था कि उन्हें पाकिस्तान टीम से गलत तरह से बाहर किया गया और उन्होंने बोर्ड से तत्कालीन कोच वकार यूनिस द्वारा जमा की गई रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की गुजारिश की थी।
इसके बाद से शहजाद कई न्यूज चैनल पर आकर अपने विचार रखते हुए दिखे। इस सप्ताह की शुरूआत में शहजाद और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी एकसाथ टीवी डिबेट में नजर आए।
जहां शहजाद ने जोर दिया कि 2019 में टीम से बाहर करने से पहले उन्हें नियमित मौके नहीं दिए गए, वहीं तब तक संन्यास ले चुके अफरीदी ने कहा कि वहां खिलाड़ी बेंच पर अपने मौके के इंतजार में थे।
शाहिद अफरीदी ने समा टीवी पर बातचीत करते हुए कहा, 'आप बहुत अच्छे से जानते हैं कि एक खिलाड़ी टी20 में केवल एक प्रदर्शन के दम पर राष्ट्रीय टीम में जगह बना लेता है। ऐसे कई उदाहरण हैं। किसी भी खिलाड़ी को विशेषकर बल्लेबाजों को राष्ट्रीय टीम में आने से पहले घरेलू क्रिकेट में 3-4 सीजन खेलना चाहिए।'
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने आगे कहा, 'जहां तक अहमद की बात है तो मौके आए और यह आप पर निर्भर करता है कि कैसे आप इसका सदुपयोग करते हैं। अहमद को काफी मौके मिले, उन्होंने पहले प्रदर्शन भी किया, लेकिन फिर ऐसा समय आया जब वहां बल्लेबाज आपके पीछे बैठे अपने मौके का इंतजार कर रहे थे। तब आपको पता होना चाहिए था कि आपको निरंतर बेहतर प्रदर्शन करना है। प्रत्येक सीरीज महत्वपूर्ण है। अगर आप प्रदर्शन नहीं करोगे तो कोई और आपकी जगह ले लेगा। जब अहमद खेल रहे थे तब अन्य खिलाड़ी अपने मौके का इंतजार कर रहे थे।'
शाहिद अफरीदी ने कहा, 'उस समय तब कई ओपनर्स थे, जो अपने मौके का इंतजार कर रहे थे। उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिल रहे थे, लेकिन अहमद को कई मौके मिले। यह कहते हुए कि अहमद मजबूत व्यक्ति हैं और उनमें वापसी करने की क्षमता है।'