पुणे में हुए तीसरे वनडे में हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम बदला लेने के इरादे से मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में उतरी थी। विराट कोहली की कोशिश थी कि इस मैच को जीतकर 2-1 से अपराजेय बढ़त हासिल की जाए। भारत ने ये मैच 224 रन के बड़े अंतर से जीत लिया। ये रनों के लिहाज़ से भारत की तीसरी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने साल 2008 में हांगकांग को 256 रन से और साल 2007 में बरमुडा को 257 रन से मात दी थी।
इस जीत के साथ टीम इंडिया ने ये साबित कर दिया कि वो वेस्टइंडीज़ के मुक़ाबले कहीं आगे है। भारत ने कैरिबियाई टीम को चारो खाने चित कर दिया। हालांकि सीरीज़ पर कब्ज़ा करने के लिए कोहली एंड कंपनी को अगला वनडे मैच जीतना ही होगा। इस मैच में रोहित शर्मा, अंबाती रायडू, कुलदीप यादव और ख़लील अहमद का जलवा देखने को मिला। वहीं लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे कप्तान कोहली इस मैच में कुछ ख़ास नहीं कर पाए। वो 17 गेंदों में महज़ 16 रन बनाकर आउट हो गए। आइए जानते हैं इस मैच की 5 अहम घटनाओं के बारे में जो भारत के पक्ष में गई:
#1 टॉस:
किसी भी मैच के नतीजे को तय करने में टॉस का अहम रोल होता है। भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच सीरीज़ के चौथे वनडे मैच में विराट कोहली ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया। भारतीय कप्तान का ये फ़ैसला हैरान करने वाला था क्योंकि पिच पूरी तरह समतल दिख रही थी और ऐसा लग रहा था कि इस मैच में गेंदबाज़ों के लिए कुछ भी नहीं है। कई क्रिकेट विशेषज्ञों का भी मानना था कि भारत को टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाज़ी करनी चाहिए थी। इसकी वजह ये है कि पहली पारी में कितना भी बड़ी स्कोर बना दिया जाए, उसका पीछा करना आसान लग रहा था। हांलाकि कप्तान विराट ने सारे कयासों को ग़लत साबित कर दिया।
#2 ओपनिंग पार्टनरशिप
भारत की शुरुआत अच्छी रही, सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा और शिखर धवन ने मिलकर पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़े। रोहित तेज़ी से रन बनाए जा रहे थे, तो दूसरी तरफ़ धवन उनका साथ दे रहे थे। रोहित 44वें ओवर तक टिके रहे और 137 गेंदों पर 162 रन की पारी खेली। वहीं शिखर धवन ने कुछ अच्छे शॉट लगाए, लेकिन वो बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। शिखर 12वें ओवर में कीमो पॉल का शिकार बने। धवन को आने वाले मैच में बड़ी पारी खेलनी होगी वर्ना उनकी जगह केएल राहुल को मौका मिल सकता है।
#3 मध्य क्रम:
इस मैच में ये देखकर अच्छा लगा कि भारतीय टीम का मध्य क्रम ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। चौथे नंबर पर उतरे अंबाती रायडू ने 81 गेंदों पर शानदार शतक जमाया। वो जिस तरह से वेस्टइंडीज़ पर हमला बोल रहे थे वो क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। रायडू ने ये साबित कर दिया है कि वो ज़रूरत के हिसाब से बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। इसके अलावा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने अंत में कुछ तेज़ी से रन बटोरे। केदार जाधव ने बल्ले से अपने हुनर को दिखाते हुए टीम इंडिया का स्कोर 377 रन पर पहुंचा दिया।
#4 रोहित शर्मा:
रोहित शर्मा ने इस मैच में वो सब कुछ किया जिसकी टीम इंडिया को बेहद ज़रूरत थी, लेकिन वो इस मैच में दोहरा शतक नहीं बना पाए। रोहित ने इस बात की नज़ीर पेश की है कि वनडे मैच में पारी की शुरुआत कैसे की जाती है। उन्होंने 137 गेंदों में 20 चौके और 4 छक्के की मदद से 162 रन बनाए। इसके साथ ही रोहित के नाम एक और रिकॉर्ड जुड़ गया, उन्होंने वनडे करियर में 7वीं बार 150 से ज़्यादा स्कोर बनाए हैं। सचिन तेंदुलकर और डेविड वॉर्नर ने 5-5 बार वनडे में 150 का आंकड़ा पार किया है।
#5 भारतीय गेंदबाज़ी
इस मैच में भारतीय गेंदबाज़ों ने सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाज़ी की है। ख़लील अहमद ने जिस तरह की बॉलिंग की है उसका जवाब नहीं। अहमद ने दोनों तरीके से बॉल को स्विंग कराया। उनका खेल पहले के मुक़ाबले काफ़ी बेहतर दिख रहा था। उन्होंने कैरिबियाई टीम के 3 अहम बल्लेबाज़ों को पवेलियन वापस भेज दिया। ऐसा होने के बाद मेहमान टीम के पास मैच में वापसी करने का कोई भी मौका नहीं मिला। कुलदीप यादव ने 3 पुछल्ले बल्लेबाज़ों को मैदान से बाहर भेज दिया। रवींद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार ने 1-1 विकेट हासिल किए, वहीं जसप्रीत बुमराह को कोई विकेट नहीं मिला।
लेखक- अमय कुलकर्णी
अनुवादक- शारिक़ुल होदा