साउथ अफ्रीका (South Africa) के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) ने 9 फरवरी से शुरू होने वाले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavskar Trophy) के लिए भारत में अभ्यास मैच ना खेलने वाले ऑस्ट्रेलिया के फैसले का समर्थन किया है। रोड्स ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया का यह एक चतुराई वाला फैसला है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम नागपुर में होने वाले पहले टेस्ट मैच से पहले अलूर में अभ्यास कर रही है। कुछ दिन पहले, उस्मान ख्वाजा ने भी दावा किया था कि वार्म-अप मैचों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पिचें आधिकारिक मैचों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पिचों से अलग होती हैं। उनके इस बयान का पूर्व ऑस्ट्रेलियाई इयान हीली ने भी समर्थन किया था।
दैनिक जागरण के साथ अपने इंटरव्यू में भारत की प्रैक्टिस पिचों को लेकर रोड्स ने कहा,
मैंने भारत में अभ्यास पिचें देखी हैं और इसमें बहुत सारे फुटमार्क हैं। ट्रेनिंग के लिए मेन पिच का उपयोग किया जाता है। इन दिनों सभी टीमें खूब क्रिकेट खेलती हैं और टर्निंग ट्रैक भारत तक ही सीमित नहीं हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप वहां कितना समय बिताते हैं और कितनी तैयारी करते हैं, इससे आपको परिस्थितियों के अनुकूल ढलने में मदद मिलती है।
जोंटी रोड्स ने स्टीव स्मिथ का किया समर्थन
दक्षिण अफ्रीकी दिग्गज ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ के उस बयान का भी समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में अभ्यास मैच खेलने का कोई मतलब नहीं है। जोंटी रोड्स ने कहा,
मैं समझता हूं कि स्टीव स्मिथ क्या कहना चाहते थे। वह जानते हैं कि अभ्यास पिचें हरी होंगी और मैच ट्रेनिंग पिच पर खेला जाएगा और ऑस्ट्रेलिया ने एक बहुत ही चतुराई वाला फैसला लिया है। ये खिलाड़ी दुनिया भर में खेल रहे हैं और वे स्मार्ट क्रिकेटरों के रूप में विकसित हुए हैं।
आपको बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों वाली बॉर्डर-गावस्कर सीरीज की शुरुआत 9 फरवरी से होनी। सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर में खेला जाना है।