भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज (IND vs AUS 2023) में भारतीय टीम के गेंदबाज तो काफी बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन बल्लेबाजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इस सीरीज में विराट कोहली (Virat Kohli) से काफी उम्मीदें थी, लेकिन अभी तक तीन मैचों में वह कुछ खास कमाल नहीं कर पाए हैं। इस सीरीज में विराट ने सिर्फ अपनी बल्लेबाजी से ही नहीं, बल्कि फील्डिंग से भी निराश किया है। पहले दो टेस्ट के दौरान पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मार्क वॉ (Mark Waugh) ने विराट कोहली की काफी आलोचन की।
अब वॉ ने उनकी आलोचना पर अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह विराट की बल्लेबाजी नहीं बल्कि स्लिप पर फील्डिंग के बारे में बात कर रहे थे। दरअसल, विराट कोहली ने नागपुर और दिल्ली टेस्ट मैच में स्पिन गेंदबाजी के दौरान स्लिप पर कुछ कैच ड्रॉप किए थे। वॉ ने कहा था,
स्पिनर्स की गेंदबाजी में स्लिप पर फील्डिंग करते हुए, आपको यह फैसला लेना पड़ता है कि आपको कितना झुककर खड़ा रहना है। मुझे लगा कि कोहली ने जो कैच ड्रॉप किए, उसमें उन्होंने काफी जल्दबाजी की थी। मुझे लगता है कि कुछ तकनीकी चीजें हैं, जिनपर विराट कोहली काम कर सकते हैं। मुझे लगता है कि उनके पैर काफी ज्यादा खुले रहते हैं। उनका वजन पैरों की बजाय एड़ियों के पिछले हिस्से पर रहता है। कभी-कभी ऐसा लगता है कि वह स्लिप में गेंद आने की उम्मीद नहीं करते हैं, लेकिन उन्हें हर एक गेंद के आने की उम्मीद करनी चाहिए।"
विराट कोहली की फील्डिंग की बात कर रहा था - मार्क वॉ
हालांकि वॉ ने स्वीकार किया कि कैचिंग पर उन्होंने क्या सवाल उठाए लेकिन उन्होंने कभी कोहली की बल्लेबाजी पर सवाल नहीं उठाया और न ही कुछ कहा। वॉ का मानना है कि दिल्ली में कोहली की 44 रन की पारी काफी अच्छी थी। उन्होंने कहा,
मैं उनकी बल्लेबाजी की स्लेड्जिंग नहीं कर रहा था। मैं उनकी कैचिंग पर स्लेड्जिंग कर रहा था, जिसमें उन्होंने वास्तव में सुधार किया। उन्होंने इस पर कड़ी मेहनत की। लेकिन मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि विराट कोहली ने 39 पारियों में शतक नहीं बनाया है। उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की और यहां तक कि उनकी कैचिंग से पता चलता है कि उन्होंने दबाव महसूस किया है, इसमें कोई शक नहीं है। वह महान खिलाड़ी हैं इसलिए उन्हें रन नहीं बनाने की आदत नहीं है लेकिन मुझे लगा कि दिल्ली में वह अपना सर्वश्रेठ लय में थे।