भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार से 4 मैचों की टेस्ट सीरीज (IND vs AUS) का आगाज हो चुका है। बॉर्डर-गावस्कर नाम से खेली जाने वाली इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच नागपुर में खेला जा रहा है, जहां पहले ही दिन मेजबान भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया की टीम पर पूरी तरह से पकड़ बना ली है। पहले ही दिन टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाजों का जादू देखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहले दिन मार्नस लैबुशेन (Marnus Labuschagne) ने सबसे ज्यादा 49 रनों का योगदान दिया। पहला विकेट जल्द गिरने के बाद बल्लेबाजी के लिए आए लैबुशेन ने स्मिथ के साथ तीसरे विकेट के लिए 82 रन जोड़े लेकिन अर्धशतक से चूक गए। लैबुशेन के कुछ शॉट की तारीफ विराट कोहली ने की और उसको लेकर उन्होंने कुछ अहम बातें कही।
नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले जा रहे इस पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन ऑस्ट्रेलिया की टीम रविंद्र जडेजा और आर अश्विन के सामने धराशायी हो गई और पूरी टीम 177 रन पर ढेर हो गई। जडेजा ने 5 सफलताएं हासिल की, वहीं अश्विन के खाते में 3 विकेट गए। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 1 विकेट खोकर 77 रन बना लिए थे।
विराट से सीखे शॉट्स उनके सामने खेलना अच्छा - मार्नस लैबुशेन
मार्नस लैबुशेन ने पहले दिन भारतीय स्पिन गेंदबाजों का खूबसूरती से सामना किया, जिसका श्रेय उन्होंने विराट कोहली को दिया। दिन के खेल के बाद सेन नेटवर्क के साथ लैबुशेन ने कहा,
हम यहां सीरीज जीतने के लिए आए हैं और हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि हम जितना संभव हो उतना प्रयास करें और वापसी करें और दूसरी पारी में बल्ले के साथ एक वास्तविक विशेष प्रदर्शन करें।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने यह भी बताया कि अगर उनकी टीम 220-240 रन बना लेती तो अच्छा स्कोर होता। उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि पार स्कोर का निर्धारण करना हमेशा मुश्किल होता है, अगर स्मिथ और मैंने अपनी साझेदारी को 100 या 150 तक बढ़ा दिया होता, तो अचानक आप कुछ भी हासिल कर सकते थे क्योंकि आगे आने वाले बल्लेबाज गेंदबाजों को दबाव में लाने के लिए आत्मविश्वास के साथ आते। अचानक से आपको वो मोमेंटम मिल जाता है और कुछ भी संभव है। मुझे लगता है, यहां स्पिन ज्यादा हो रही है और 220-240 हमारी ओर से वास्तव में अच्छा प्रयास होता।