भारतीय सरज़मी पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले टी20 और फिर वनडे सीरीज़ जीतकर भारत को उसी के घर में पटखनी दी। बता दें कि 2 -0 से टी20 सीरीज़ जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 3-2 से वनडे सीरीज़ अपने नाम की। साल 2015 से भारत में खेली गई वनडे श्रृंखलाओं में यह भारत की पहली हार है।
वनडे श्रृंखला का आखिरी मुकाबला दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेला गया था, जहाँ ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज़ आरोन फिंच और उस्मान ख्वाजा ने टीम को एक ताबड़तोड़ शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 76 रन बनाए। बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़ उस्मान ख्वाजा ने अपनी शानदार फॉर्म का नज़ारा दिखते हुए अपना दूसरा अंतराष्ट्रीय शतक लगाया, जिसकी मदद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 274 रनों का लक्ष्य खड़ा किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम शुरुआत से ही प्रेशर में दिखाई पड़ी। 15 रन के स्कोर पर भारत ने शिखर धवन के रूप में अपना पहला विकेट गंवाया। धवन के आउट होने के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने पारी को संभाला, लेकिन विराट कोहली के आउट होते ही मानो विकेटों की लाइन लग गई। पारी के अंत में केदार जाधव और भुवनेश्वर कुमार ने कुछ समय के लिए पारी को संभाला, लेकिन लगातार बढ़ते रन रेट के चलते वह अपना विकेट गंवा बैठे , जिसके चलते भारत 35 रनों से मुकाबला हार गया।
आज इस लेख में हम उन पांच खिलाड़िओं की बात करेंगे, जो इस श्रृंखला में पूरे तरीके से फ्लॉप रहे और जिन्हे विश्वकप की टीम में जगह बनाने में मुश्किल हो सकती है।
#5 मोहम्मद शमी
भुवनेश्वर कुमार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो वनडे मुकाबलों में आराम दिया गया था और उनकी जगह दाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने टीम में अपनी जगह बनाई। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन दिखाने और मैन ऑफ़ द् सीरीज़ का अवॉर्ड जीतने वाले शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुछ ख़ासा कमाल करने में असमर्थ रहे।
मोहम्मद शमी ने वनडे सीरीज़ के चार मुकाबले खेले, जिसमे उन्होंने 42.6 की औसत और 5.46 की इकॉनमी से सिर्फ 5 विकेट लिए। सीरीज़ में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 44 रन देकर 2 विकेट रहा, जो उनकी काबिलियत से बिलकुल उलट है।
#4 कुलदीप यादव
बाएं हाथ के स्टार भारतीय लेग स्पिनर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गयी वनडे श्रृंखला में कुछ ख़ासा कमाल करने में असफल रहे। कुलदीप यादव ने सीरीज़ के सभी मुकाबले खेले, जिसमे उन्होंने 30.4 की औसत और 6.04 के इकॉनमी से 10 विकेट अपने नाम की।
भले ही वह भारत की तरफ से सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों के सामने वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं दिखे।
#3 जसप्रीत बुमराह
दाएं हाथ के भारतीय गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 श्रृंखला में वापसी की थी। टी-20 सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन करने के बाद उनसे वनडे सीरीज़ में भी उसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वह ऐसा करने में असफल रहे।
इस भारतीय तेज़ गेंदबाज़ ने सीरीज़ के सभी मुकाबले खेले, जिसमे उन्होंने 34.6 की औसत और 5 की इकॉनमी से सिर्फ 7 विकेटें अपने नाम की। बुमराह ने इस श्रृंखला में अंत के ओवरों में काफी ज़्यादा रन लुटाए, जिसके चलते भारतीय टीम प्रेशर में आ गई।
#2 रविंद्र जडेजा
बाएं हाथ के भारतीय आल राउंडर रविंद्र जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर आते हैं। रविंद्र जडेजा को हार्दिक पंड्या के चोटिल होने के बाद वनडे टीम में शामिल किया गया था।
गेंदबाज़ी की बात करें तो बाएं हाथ के इस आल राउंडर ने 4 मुकाबलों में गेंदबाज़ी करते हुए 63.3 की औसत और 4.75 की इकॉनमी से सिर्फ 3 विकेट ली।
बल्लेबाज़ी की बात की जाए तो रविंद्र जडेजा लम्बे शॉट मरने में भी असफल रहे। उन्होंने 3 मुकाबलों में बल्लेबाज़ी की, जिसमे उन्होंने 15 की औसत और 60 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 47 रन बनाए।
#1 अम्बाती रायुडू
भारत के लिए वनडे में नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करने वाले बल्लेबाज़ अम्बाती रायुडू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस सीरीज़ में फ्लॉप साबित हुए। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज़ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मुकाबलों में 11 की औसत से सिर्फ 33 रन बना पाया।
अम्बाती रायुडू को विश्वकप की टीम में अपनी जगह पुख्ता करने के लिए आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करना पड़ेगा, नहीं तो दिनेश कार्तिक या ऋषभ पंत उनकी जगह ले सकते हैं।