पूर्व ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के आगाज से पहले इंडियन टीम को रणजी ट्रॉफी के मुकाबले खेलने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में खेलते तो फिर ज्यादा अच्छा होता।
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में टीम इंडिया 2-1 से आगे चल रही है। भारतीय टीम ने पहले दो मुकाबले जीते थे लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर में खेला गया टेस्ट मुकाबला जीतकर सीरीज में वापसी की। स्पिनर्स के सामने टीम इंडिया के बल्लेबाज बेबस नजर आए।
रणजी ट्रॉफी खेलना काफी जरूरी था - गौतम गंभीर
गौतम गंभीर के मुताबिक अगर आप किसी अहम सीरीज से पहले रेड बॉल की क्रिकेट खेलते हैं तो फिर इससे काफी फायदा होता है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम को लेकर भी यही बात कही है। स्पोर्ट्स तक पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के मैचों से पहले भारतीय बल्लेबाजों को रणजी ट्रॉफी के कुछ मैच खेलने चाहिए थे। हालांकि टीम को सिर्फ तैयारियों के लिए वो मैच नहीं खेलने चाहिए थे। इससे फर्क नहीं पड़ता है कि आप 20 दिनों का कैंप लगाएं या फिर नेट्स में बल्लेबाजी करें। ऑस्ट्रेलिया को पहले दो टेस्ट मैचों में अपने माइंडसेट की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने भी प्रैक्टिस मुकाबले नहीं खेले थे। ये काफी निगेटिव माइंडसेट है। किसी भी अहम सीरीज से पहले रेड-बॉल क्रिकेट खेलना जरूरी हो जाता है।
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अभी तक भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। कप्तान रोहित शर्मा ने नागपुर टेस्ट मैच में जरुर शतक लगाया था लेकिन उसके बाद भारत के ज्यादातर बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए हैं। लोअर ऑर्डर में केवल अक्षर पटेल, रविंद्र जडेजा और अश्विन जैसे स्पिन ऑलराउंडर ने योगदान दिया है।