भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का कद टेस्ट फॉर्मेट में काफी बड़ा है और जब बात भारत में टेस्ट मुकाबलों की होती है, तो यह गेंदबाज और भी खतरनाक हो जाता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के पहले मैच (IND vs AUS) में भी अश्विन ने अपनी फिरकी का जलवा दिखाया था और उन्होंने मैच में 8 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में हरभजन सिंह को पीछे छोड़ दिया था। दिल्ली टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन ने एलेक्स कैरी का विकेट लेते ही एक खास आंकड़ा अपने नाम किया और ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बने।
अश्विन ने अरुण जेटली स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट के पहले दिन लंच से पहले दो विकेट अपने नाम किये थे। उसके बाद, उन्होंने एलेक्स कैरी का विकेट लेते ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में 100 विकेट पूरे किये और ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बने। उनसे पहले यह उपलब्धि पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने हासिल की थी। कुंबले ने 20 मैचों की 38 पारियों में 30.32 के औसत से 111 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। वहीं, अश्विन ने 100 विकेट के लिए 20 मैचों का सहारा लिया।
नागपुर टेस्ट में की थी घातक गेंदबाजी
भारत ने नागपुर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को एक पारी और 132 रनों के अंतर से हरा दिया। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को महज 91 के स्कोर पर समेटने का सबसे ज्यादा श्रेय अश्विन को ही जाता है। उन्होंने पहले पारी में तीन विकेट चटकाए थे लेकिन दूसरी पारी में अलग ही स्तर की गेंदबाजी की और एक के बाद एक पांच ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन लौटाया। अश्विन ने दूसरी पारी में 12 ओवर की गेंदबाजी की थी और इस दौरान 37 रन देकर पांच विकेट लिए थे। उन्होंने 31वीं बार अपने करियर में पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया था।