भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के शुरुआती दो मैचों में मेहमान टीम को हार का सामना करना पड़ा है। दिल्ली में खेले गये दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया (Indian Cricket Team) ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर चार मैचों की इस टेस्ट सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है। वहीं पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) की पहली पारी में स्वीप शॉट से मिली सफलता के कारण मेहमान टीम दूसरी पारी में विफल रही।
मांजरेकर ने हिंदुस्तान टाइम्स के लिए लिखते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी में उस्मान ख्वाजा ने सभी स्वीप शॉट खेले और वह इसमें सफल रहे। ख्वाजा पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष स्कोरर थे। उन्होंने 81 रन बनाए। ख्वाजा की ये सफलता दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की विफलता का मुख्य कारण बनी।
दरअसल, दूसरी पारी में टर्न लेने के बाद गेंद विशेष रूप से नीची रहने के कारण मेहमान आश्चर्यजनक रूप से स्वीप शॉट खेलने पर अड़े रहे। स्टीव स्मिथ सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में इस शॉट के लिए अपने विकेट गंवाए। अंततः भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 113 रन पर आउट करते हुए, 115 रनों के टारगेट को छह विकेट खोकर हासिल कर लिया।
स्वीप शॉट को 'स्वीप टू सक्सेस' मान लिया था
पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरी पारी में सफल होने के लिए स्वीप का तरीका अपनाया। ख्वाजा के बाद प्रत्येक ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज आक्रमण करने की मानसिकता के साथ आया और वह भी स्वीप शॉट के साथ। 'स्वीप टू सक्सेस' उनका आदर्श वाक्य लग रहा था।
उन्होंने कहा कि स्टीव स्मिथ को दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में स्वीप शॉट लगाते और आउट होते देखना दर्दनाक था। 'अगर स्मिथ और लैबुशेन समेत पूरी टीम इस रणनीति को नहीं अपनाती तो मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्होंने भारत के लिए इस जीत को और अधिक कठिन बना दिया होता।'
बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच 1 मार्च से इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा।