बांग्लादेश ने भारत को दिल्ली में हुए 3 मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में से हराते हुए इतिहास रचा। यह मुकाबला 1000वां टी20 अंतराष्ट्रीय मुकाबला था और साथ ही में बांग्लादेश की टीम ने टी20 में भारत को पहली बार शिकस्त भी दी।
भारत ने बल्लेबाजी करते हुए शिखर धवन की पारी की बदौलत 148-6 का स्कोर बनाया, जिसे बांग्लादेश की टीम ने 3 विकेट खोकर आखिरी ओवर में हासिल कर लिया। मुशफिकुर रहीम को उनकी बेहतरीन पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
आइए नजर डालते हैं ऐतिहासिक मैच में भारत की हार के मुख्य कारण पर:
1)- मुशफिकुर रहीम की पारी
बांग्लादेश टीम के स्कोर 54-2 था, जब मुशफिकुर रहीम बल्लेबाजी करने आए और उस समय युजवेंद्र चहल बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे थे। यहां तक कि वो चहल के एक ही ओवर में वो दो बार एलबीडब्लू आउट थे, लेकिन अम्पायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। इसके साथ ही भारतीय टीम ने भी रिव्यू नहीं लेकर बड़ी गलती की।
रहीम ने पारी को सम्भाला और 19वें ओवर में खलील अहमद की लगातार 4 गेंदों में 4 चौके भी लगाए। इसी वजह से अंतिम ओवर में बांग्लादेश की टीम आसानी से जीत गई। रहीम ने 43 गेंदों में 60 रनों की बेहतरीन पारी नाबाद पारी खेली।
2) क्रुणाल पांड्या द्वारा रहीम का महत्वपूर्ण कैच छोड़ना
बांग्लादेश को अंतिम 3 ओवर में 35 रनों की दरकार थी और 18वां ओवर लेकर आए युजवेंद्र चहल, जिन्होंने मैच में अच्छी गेंदबाजी की थी। हालांकि इस ओवर की तीसरी गेंद पर क्रुणाल पांड्या ने रहीम का आसान कैच बाउंड्री पर छोड़ दिया। इसी ओवर में बांग्लादेश ने 13 रन बनाए। इसके बाद बांग्लादेश ने भारत को कोई मौका नहीं दिया और यह जीत हासिल की। इस कैच को छोड़ना बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
3) भारतीय बल्लेबाज तेजी से रन बनाने में हुए नाकाम
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा पहले ही ओवर में आउट हो गए थे। हालांकि इसके बाद धवन ने जरूर पारी को संभाला लेकिन कोई भी बल्लेबाज तेजी के साथ खेलने में नाकाम रहे।
धवन ने 42 गेंदों में 41 रन बनाए, राहुल ने 17 गेंदों में 15 रन, ऋषभ पन्त भी सिर्फ 26 गेंदों में 27 रन ही बना पाए। यह ही वजह रही की भारत बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई। अंत में वो तो वॉशिंगटन सुंदर और क्रुणाल पांड्या ने कुछ बड़े शॉट खेलकर स्कोर को 148 तक पहुंचाया। बल्लेबाजी ही भारत की हार का मुख्य कारण रहा।