भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के सलामी बल्लेबाज के एल राहुल (KL Rahul) ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में अपनी जबरदस्त बैटिंग को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वो खुद को मिले मौके का पूरा फायदा उठाना चाहते थे और उनके सामने एक बड़ी चुनौती थी।
इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले में के एल राहुल ने शानदार पारी खेली। पहले ऐसा लग रहा था कि उन्हें मिडिल ऑर्डर में मौका दिया जाएगा लेकिन शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल के चोटिल होने के बाद उन्हें ओपनिंग की जिम्मेदारी दी गई और इस पर वो पूरी तरह से खरे उतरे। के एल राहुल ने पहली पारी में 84 रनों की शानदार पारी खेली और टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
पोस्ट मैच कॉन्फ्रेंस में के एल राहुल से पूछा गया कि उन्होंने अपने आपको ओपनिंग की चुनौती के लिए कैसे तैयार किया था। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ये उनके लिए अपने आपको साबित करने का एक और मौका था। उन्होंने कहा,
पिछले दो सालों में मैंने यही सीखा है कि आपको टीम के लिए सबकुछ करने के लिए तैयार रहना चाहिए। कई बार मुझे अलग-अलग तरह की जिम्मेदारियां दी गईं और मुझे इसमें काफी मजा आता है। इसलिए मेरे पास ये एक और मौका था कि मैं जाकर अपने आपको चैलेंज करूं। निश्चित तौर पर अभी तक टेस्ट क्रिकेट में मैंने ओपन ही किया है। मैंने अपने जीवन में यही किया है। इसलिए मुझे पता था कि पारी को कैसे आगे बढ़ाना है। मैं खुद को मिले इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहना था।
टेस्ट सीरीज की शुरूआत से पहले ही काफी चर्चा हो रही थी कि रोहित शर्मा के साथ किसे ओपन करना चाहिए। हालांकि पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने के एल राहुल से ही पारी की शुरूआत कराने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा कि ओवरसीज सीरीज में एक ओपनर के तौर पर शतक लगाकर उन्होंने अपने आपको साबित किया है। इंडियन टीम में उनसे बेहतर कोई और ऑप्शन नहीं है।
नॉटिंघम टेस्ट मैच में के एल राहुल ने जबरदस्त बल्लेबाजी की। एक छोर से विकेट गिरते रहे लेकिन वो टिके रहे।