इंग्लैंड (England Cricket Team) के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने अपनी टीम के बल्लेबाजों से गुजारिश की है कि राजकोट टेस्ट में भारतीय (India Cricket Team) तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का सामना करने के लिए व्यक्तिगत गेम प्लान तैयार करें। भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का तीसरा टेस्ट गुरुवार से राजकोट में शुरू होगा।
जसप्रीत बुमराह ने शुरुआती दो टेस्ट में इंग्लिश बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। उन्होंने दो टेस्ट में 10.66 की औसत से 15 विकेट लिए, जिसमें दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 45 रन देकर छह विकेट लेना शामिल हैं। इसके बाद बुमराह ने दूसरी पारी में तीन विकेट लिए और भारतीय टीम ने 106 रन के विशाल अंतर से मैच जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की।
बेन स्टोक्स ने तीसरे टेस्ट से पहले प्रेस कांफ्रेंस में बुमराह की तारीफ की और कहा कि इंग्लिश बल्लेबाजों को उनसे बचने के लिए खुद से रणनीति तैयार करनी होगी। स्टोक्स ने कहा, 'जसप्रीत बुमराह अविश्वसनीय गेंदबाज हैं। वो लंबे समय से यह बात साबित करते हुए आ रहे हैं और शुरुआती दो टेस्ट में भी शानदार प्रदर्शन किया। मेरे ख्याल से हर किसी को बुमराह से निपटने का रास्ता खोजना होगा, लेकिन हमें उनकी गेंदों पर रन भी बनाने पड़ेंगे और हम इसी कोशिश में जुटे रहेंगे।'
उन्होंने आगे कहा, 'अगर यह कोशिश कामयाब नहीं रही तो आपको गेंदबाज को श्रेय देना होगा। बुमराह ने पहले दो टेस्ट में शानदार गेंदबाजी की। हम सभी बल्लेबाजों की प्रत्येक गेंदबाज के खिलाफ अपनी अलग रणनीति है और किसी का सामना करने के लिए टीम की योजना नहीं है। मगर हम हमेशा बेहतर करने की कोशिश करते हैं और अपना ध्यान लगाए रखने की कोशिश करेंगे।'
याद दिला दें कि दूसरे टेस्ट के दौरान जसप्रीत बुमराह सबसे तेज 150 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बने। वहीं, बेन स्टोक्स के लिए राजकोट टेस्ट विशेष होगा, जो उनके करियर का 100वां मैच होगा और यह मुकाम हासिल करने वाले 16वें इंग्लिश खिलाड़ी होंगे।
बेन स्टोक्स ने कहा, 'मेरा ध्यान जल्द ही प्रेजेंटेशन के खत्म होने पर रहेगा ताकि फिर सभी चीजें क्रिकेट से संबंधित हो। मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि 100 टेस्ट में इंग्लैंड का हिस्सा बना। मेरे लिए यह एक और मैच की तरह है और उम्मीद है कि आने वाले समय में कई और टेस्ट मैच खेल पाऊंगा। इंग्लैंड की जर्सी में कभी बहुत अच्छा समय रहा तो कभी खराब समय रहा। पेशेवर खेल के बारे में यही सबसे अच्छी बात है।'
उन्होंने साथ ही कहा, 'मैंने कोशिश की है कि प्रत्येक दिन कुछ सीख सकूं फिर चाहे वो अच्छा हो या बुरा। जब मेरी थोड़ी उम्र बढ़ी और या फिर जब मैं नहीं खेलूंगा तब मेरे पास मैदान में जो भी किया, उस पर ध्यान देने के ज्यादा मौके रहेंगे।'