भारत दौरे पर इंग्लैंड ने जीत के साथ शुरुआत की थी लेकिन उसके बाद लगातार तीन हार मिली और टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज (IND vs ENG) में 1-3 से पिछड़ चुकी है। सीरीज का अंतिम मुकाबला धर्मशाला में 7 मार्च से खेला जाना है लेकिन उससे पहले इंग्लैंड को अपने कप्तान बेन स्टोक्स और विस्फोटक बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो की खराब फॉर्म की चिंता होगी। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अभी तक बल्लेबाजी में पूरी तरह निराश किया है। इसी वजह से इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने स्टोक्स और बेयरस्टो को अनुभवी बल्लेबाज जो रुट से सीख लेने की सलाह दी है, जिन्होंने रांची टेस्ट में अपना स्वाभाविक खेल खेला और एक बेहतरीन शतक बनाने में कामयाब रहे।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइन अप में बेन स्टोक्स और जॉनी बेयरस्टो की काफी अहम भूमिका है लेकिन भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ ये दोनों पूरित तरह से फ्लॉप रहे हैं। स्टोक्स ने चार मैचों की आठ पारियों में 24.62 की औसत से 197 रन बनाये हैं और उनके बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक आया है। वहीं, बेयरस्टो ने स्टोक्स जितनी ही पारियां खेली और उनके बल्ले से 21.25 की औसत से सिर्फ 170 रन आये हैं। दाएं हाथ का बल्लेबाज सीरीज में अभी तक एक बार भी 50 का आंकड़ा हासिल नहीं कर पाया है।
दूसरी तरफ, पहले तीन टेस्ट मैचों में खराब फॉर्म में चल रहे रूट ने रांची में शानदार वापसी की पहली पारी में नाबाद शतक जड़ा। इंग्लैंड रूट के शतक को भुनाने में नाकाम रहा और चौथे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में साधारण बल्लेबाजी प्रदर्शन से मैच गंवा दिया।
माइकल वॉन ने क्रिकबज पर बात करते हुए कहा कि टीम को बल्ले से स्मार्ट होने और जो रूट से सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा,
मुझे उम्मीद है कि इंग्लैंड अधिक आक्रामक एप्रोच नहीं दिखायेगा। मैं इससे असहमत हूं, मैं कहूंगा कि इंग्लैंड को कई बार स्मार्ट खेलने की जरूरत है। आप जो रूट की पारी को देखिए, वह तकनीकी रूप से सही खेल रहे थे, जाहिर है कि उनके पास बाउंड्री विकल्प हैं। मुझे उम्मीद है कि इंग्लैंड के बाकी बल्लेबाज उनके साथ बैठेंगे या सलाह देंगे और उनसे पूछेंगे कि 'आपने रांची में ऐसा क्या किया जो आपने पिछले 3 टेस्ट मैचों में नहीं किया' क्योंकि वह अलग जो रूट थे। रांची में उनका अलग अंदाज देखने को मिला। उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों की तरह फैंसी शॉट नहीं खेले। मुझे उम्मीद है कि जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स जो रूट की किताब से सबक लेंगे।