इंग्लैंड (England) के हेड कोच क्रिस सिल्वरवुड (Chris Silverwood) ने कहा कि उनकी टीम के लड़के डरे नहीं हैं और अगर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी तीन मैचों में भारतीय टीम (India Cricket team) ने उन्हें धकेलने की कोशिश की तो वह लड़ाई करेंगे।
टीम इंडिया ने लॉर्ड्स टेस्ट (IND vs ENG) के आखिरी दिन हार टालने की उम्मीद से मैदान संभाला था, लेकिन पुछल्ले बल्लेबाजों मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) और जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने शानदार पारी खेलकर पूरी बाजी पलट दी।
भारत ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 272 रन का लक्ष्य रखा था। फिर भारतीय गेंदबाजों ने पूरी आक्रमकता से गेंदबाजी की और आखिरी दो सेशन में मेजबान टीम को 120 रन पर समेट दिया। इस तरह भारतीय टीम ने 151 रन से टेस्ट मैच जीतते हुए पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई।
लॉर्ड्स टेस्ट के पांचवें दिन दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच काफी गहमागहमी हुई। तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन, मार्क वुड और ओली रोबिंसन ने जसप्रीत बुमराह पर खूब छीटाकशी की। बुमराह ने मोहम्मद शमी के साथ 9वें विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी की।
क्रिस सिल्वरवुड ने कहा, 'एक चीज, जिससे हम नहीं घबराएं हैं, वो है थोड़ी बहुत लड़ाई। उन्होंने हमें धकेला, हमने पलटवार किया। मेरे लिए इसने शानदार टेस्ट क्रिकेट रचा। हम नतीजे से निराश हैं, लेकिन कितना शानदार टेस्ट मैच रहा। खिलाड़ियों में थोड़ी बहुत आग थी। अपने देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे गौरवान्वित खिलाड़ियों की भावनाएं देखने को मिली। मेरे ख्याल से यह लड़कों के बीच की शानदार लड़ाई थी और मैंने इसका आनंद उठाया।'
सिल्वरवुड ने आगे कहा, 'इसमें कोई शक नहीं कि भावनाएं काफी ऊपर थी। सही है कि उन्होंने पहली पारी में जेम्स एंडरसन पर निशाना साधा और हमने भी उन पर कड़ा पलटवार किया। हमने उनके साथ बराबरी से लड़ाई की कोशिश की। हां निचले क्रम के बल्लेबाजों के समय हम थोड़ा मैच से बाहर हो गए। हमने इससे सबक लिया है।'
इंग्लैंड को इस जुनून को बनाए रखने की जरूरत: क्रिस सिल्वरवुड
इंग्लैंड के कोच चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी जब 25 अगस्त से भारत के खिलाफ हेडिंग्ले में तीसरा टेस्ट खेलें, तो इस जुनून को बरकरार रखने की कोशिश करें।
सिल्वरवुड ने कहा, 'मैं जो नहीं चाहता, वो है जुनून। मैं उस जुनून को बरकरार रखना चाहता हूं और इसका उपयोग सकारात्मक अंदाज में करना चाहता हूं। मैं कहूंगा कि इससे आपको ऊर्जा मिलती है, जो मिलता है। अच्छी बात यह है कि हमें थोड़ा ब्रेक मिला है। अब खिलाड़ी घर जाकर परिवार के साथ समय बिताएंगे और थोड़ा शांत होंगे। वह तरोताजा होकर वापसी करेंगे।'