इंग्लैंड (England) के खिलाफ पहले टेस्ट मैच (IND vs ENG) में केएल राहुल (KL Rahul) को खेलने का मौका मिलने को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) अनिश्चित थे। पिछले कुछ वर्षों में सबसे लंबे प्रारूप में राहुल के खेल के समय में कमी को देखते हुए मांजरेकर ने महसूस किया कि किसी और को मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि मांजरेकर को बाद में ख़ुशी भी हुई क्योंकि केएल राहुल ने बतौर ओपनर खेलते हुए पहली पारी में बेतरीन बैटिंग की।
सोनी स्पोर्ट्स पर संजय मांजरेकर ने कहा कि मैं केएल राहुल से प्रभावित होने के साथ-साथ बेहद खुश भी था। मैं नियमित रूप से कहता रहा हूं कि वह 4-5 सीरीज के लिए टेस्ट मैचों में असफल रहे, इसलिए मुझे लग रहा था कि किसी और को भारतीय टेस्ट टीम या टेस्ट इलेवन में मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि केएल राहुल टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे।
मांजरेकर ने यह भी कहा कि वह यह भी जानते थेकि जब आप टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं और आपकी पिछली याददाश्त अच्छी नहीं होती है, तो आत्मविश्वास से आकर खेलना आसान नहीं होता है। लेकिन उन्होंने कठिन परिस्थितियों में बहुत अच्छा रवैया दिखाया, उन्होंने बहुत धैर्य दिखाया।
उल्लेखनीय है कि केएल राहुल ने मैच की पहली पारी में धाकड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 84 रनों की पारी खेली। इस पारी के कारण भारतीय टीम को पहली पारी के आधार पर 95 रनों की बड़ी बढ़त मिली और इंग्लैंड के लिए मैच में मुश्किलें बढ़ गई। हालांकि दूसरी पारी में जो रूट ने शतकीय पारी खेलते हुए टीम को 300 के पार पहुंचा दिया। इसके बाद फिर से बैटिंग करते हुए भारतीय टीम के पास पांचवें दिन का समय था और 209 रनों के लक्ष्य में से 52/1 का स्कोर बन गया था लेकिन बारिश से मामला खराब हो गया। इसके बाद मैच ड्रॉ घोषित करना पड़ा।
भारतीय टीम के गेंदबाजों ने भी बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। जसप्रीत बुमराह सबसे अव्वल रहे। उन्होंने पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में कुल 5 विकेट सहित मैच में 9 विकेट अपने नाम किये। दूसरे टेस्ट मैच में भी दोनों टीमों का प्रदर्शन देखने लायक रहेगा।