पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) ने दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जडेजा अभी तक अपने पोटेंशियल को पहचान ही नहीं पाए हैं और उन्होंने पूरी क्षमता के साथ नहीं खेला है। रविंद्र जडेजा को इंग्लैंड के खिलाफ (IND vs ENG) नॉटिंघम टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन (R. Ashwin) के ऊपर तरजीह दी गई थी।
सोनी टेन स्पोर्ट्स पर पहले टेस्ट मैच को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए वीरेंदर सहवाग ने रविंद्र जडेजा की काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि जडेजा टीम के अहम खिलाड़ी बन गए हैं।
सहवाग ने कहा "अब रविंद्र जडेजा भारत के प्रमुख गेंदबाज और लेफ्ट ऑर्म स्पिनर बन गए हैं। इसके अलावा बल्ले से भी वो अपना अहम योगदान देते हैं। उन्हें अपनी क्षमता के बारे में अभी तक एहसास नहीं हुआ है लेकिन इसके बावजूद उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा है।"
वीरेंदर सहवाग ने बताया कि रविंद्र जडेजा को भारतीय टेस्ट टीम में बैटिंग मजबूत करने के लिए बुलाया गया था। इसके अलावा गेंदबाजी में भी उनसे मदद की जरूरत थी।
इस बारे में सहवाग ने कहा "मुझे अभी भी याद है जब रविंद्र जडेजा पहली बार टीम में आए थे। उस वक्त मैं उप कप्तान था और हमारा माइंडसेट ये था कि हमें ऐसे गेंदबाज की जरूरत है जो बैटिंग भी कर सके और हमारे मेन बॉलर्स को ब्रेक दे सके। इसी सोच के साथ जडेजा को टीम में लाया गया था।
रविंद्र जडेजा ने 2012 में किया था अपना टेस्ट डेब्यू
आपको बता दें कि रविंद्र जडेजा ने 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। रविचंद्रन अश्विन, प्रज्ञान ओझा और पियूष चावला के होने के बावजूद उन्हें टीम में शामिल किया गया था।
रविंद्र जडेजा ने भारत के लिए तीनों ही विभागों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग तीनों ही डिपार्टमेंट में उनका परफॉर्मेंस लाजवाब रहा है। लोअर ऑर्डर में बैटिंग करते हुए उन्होंने कई बार बेहतरीन पारियां खेली हैं और टीम को मुश्किल से निकाला है। वहीं अगर इस वक्त उन्हें दुनिया का सबसे बेहतरीन फील्डर कहा जाए तो गलत नहीं होगा।