हेडिंग्ले में इंग्लैंड (England) के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच (IND vs ENG) में दो बार बैटिंग लाइनअप जल्दी आउट होने के बाद भी विराट कोहली (Virat Kohli) को नहीं लगता कि एक अतिरिक्त प्रोपर बल्लेबाज खिलाना चाहिए। हेडिंग्ले में रविन्द्र जडेजा सातवें बल्लेबाज थे और उन्हें ऑल राउंडर के तौर पर शामिल किया गया था।
विराट कोहली ने मैच के बाद प्रेस वार्ता में कहा कि मैं संतुलन में भरोसा नहीं करता। एक टीम के रूप में आप मैच जीतते हैं, या मैच हार जाते हैं। इस तरह के बैटिंग संयोजन से हमने पहले भी मुकाबले ड्रॉ कराए हैं। अगर आपके 6 या 7 खिलाड़ी अपना काम नहीं कर पाते हैं, तो गारंटी नहीं कि अतिरिक्त बल्लेबाज आकर भी अपना काम कर देगा।
भारतीय कप्तान ने यह भी कहा कि एक टीम के रूप में आपको अपनी जॉब समझते हुए जिम्मेदारी लेने में गौरव महसूस करना चाहिए। अगर आपके पास 20 विकेट लेने की क्षमता नहीं है, तो आप सिर्फ दो तरह (हार, ड्रॉ) के नतीजे ही चाहते हैं। हम इस तरह से नहीं खेलते हैं।
गौरतलब है कि इंग्लैंड दौरे पर शुरुआती दो मैचों में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करने के बाद अचानक टीम इंडिया की स्थिति खराब हुई है। तीसरे मैच में इंग्लिश टीम एकदम भारी पड़ी और भारतीय टीम को संभलने का मौका तक नहीं दिया। पहली पारी में 78 पर आउट होने के बाद भारतीय टीम की हार इस मैच में निश्चित हो गई थी। तीन दिन में ही मैच खत्म हो सकता था लेकिन कोहली और पुजारा तीसरे दिन टिक गए थे।
कोहली ने कहा कि अगर एक मैच में जो होता है, वही दूसरे मैच में होने की गारंटी होती है, तो हम इंग्लैंड को तीसरे टेस्ट में भी हराते। हम उस स्थिति में रहना चाहते हैं जहाँ लोग आकर हमसे टीम की क्षमताओं के बारे में सवाल करे। खिलाड़ी चेंज रूम में हर्ट थे और इक मतलब है कि वे जानते हैं कि हमें कौन से गलतियों में सुधार करना है। यही तरीका है जिसके साथ हम अगले दो मैच खेलने वाले हैं।