क्रिकेट में डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानी डीआरएस आने से खिलाड़ियों के लिए चीजें आसान हुई हैं। अगर उन्हें लगता है कि यह डिसीजन ठीक नहीं रहा है, तो वे उसको लेकर टीवी अम्पायर के पास जा सकते हैं। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता है। इंग्लैंड (England) के खिलाफ पहले टेस्ट मैच (IND vs ENG) के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लिश बल्लेबाज जैक क्रॉली के खिलाफ एक सटीक डीआरएस लिया और बल्लेबाज को पवेलियन की राह दिखाई।
पहले ओवर में ही रोरी बर्न्स का विकेट खोने के बाद इंग्लैंड के लिए डॉम सिबली और जैक क्रॉली ने मोर्चा संभाला और शुरुआती एक घंटा सम्भालकर खेलते हुए पारी को आगे बढ़ा रहे थे। नई गेंद का सामना भी उन्होंने बेहतर किया था। इसे देखते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मोहम्मद सिराज को गेंदबाजी का जिम्मा सौंपा और उन्होंने निराश नहीं किया।
सिराज की एक अंदर आती हुई गेंद क्रॉली के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटकीपर ऋषभ अपनत के हाथों में समा गई। अपील होने पर अम्पायर ने आउट नहीं दिया औए कोहली ने तुरंत डिसीजन रिव्यू का इशारा कर दिया। वह तीसरे अम्पायर का निर्णय आने से पहले ही काफी आश्वस्त नजर आ रहे थे कि बल्लेबाज आउट है।
तीसरे अम्पायर ने जब रिप्ले में देखा तो गेंद बल्ले का अंदरुनी किनारा लेकर विकेटकीपर ऋषभ पन्त के हाथों में गई थी। इस तरह विराट कोहली ने एक सफल रिव्यू लेते हुए इंग्लिश बल्लेबाज को 27 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन भेज दिया।
इससे पहले जसप्रीत बुमराह पारी का पहला ओवर लेकर आए और चौथी गेंद पर बल्लेबाज रोरी बर्न्स को बिना खाता खोले आउट कर दिया। बर्न्स ने भी उस निर्णय को चुनौती देते हुए रिव्यू किया लेकिन अम्पायर्स कॉल की वजह से मैदानी अम्पायर का निर्णय बरकरार रहा और बल्लेबाज को वापस जाना पड़ा।
भारतीय टीम के खिलाफ जो रूट ने टॉस जीतकर बैटिंग करने का निर्णय लिया। टीम इंडिया में रविचंद्रन अश्विन और इशांत शर्मा को अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया गया। शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज को टीम में शामिल किया गया है।