भारतीय टीम (India Cricket team) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के करियर के टर्निंग प्वाइंट का खुलासा किया और कहा कि क्रिकेटर तब चर्चा में आए, जब पारी की शुरुआत करने का मौका मिला।
रोहित शर्मा ने जनवरी 2011 में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर पहली बार ओपनिंग की थी। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने तब प्रोटियाज टीम के खिलाफ 23 रन बनाए थे। इंग्लैंड के खिलाफ 2013 में घरेलू सीरीज के दौरान रोहित शर्मा ने नियमित रूप से पारी की शुरुआत की।
द्रविड़ ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'रोहित शर्मा भारत के लिए शानदार क्रिकेटर रहे हैं। मुझे याद है कि जब वो 17-18 साल के थे, तब मैंने उन्हें पहली बार देखा था। वो अंडर-19 से निकले ही थे। आप उन्हें कुछ करते देख सकते हो और वो इसे साबित करके देंगे। आप कई बच्चों को देखते हैं, जो 19 की उम्र में एकदम अलग दिखते हैं, लेकिन हर कोई अपनी क्षमता को हासिल नहीं कर पाता है।'
उन्होंने आगे कहा, 'पिछले 15 सालों में रोहित शर्मा ने जो हासिल किया है, मुझे अब लगता है कि उन्होंने अपनी क्षमता हासिल की है और भारतीय क्रिकेट का शानदार सेवक हैं और अच्छा कर रहे हैं।
हेड कोच ने आगे कहा, 'रोहित शर्मा के लिए शायद टर्निंग प्वाइंट कई मायनों में हो सकता है कि जब उन्हें आखिरकार ओपनिंग का मौका मिला। आईसीसी टूर्नामेंट्स में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। हमने 2019 में देखा कि वह बड़े रन बनाने की क्षमता रखते हैं। वनडे प्रारूप में वो तीन दोहरे शतक जमा चुके हैं, जो कि शानदार उपलब्धि है।'
रोहित शर्मा ने जून 2007 में वनडे डेब्यू किया था और अब तक 240 वनडे खेल चुके हैं, जिसमें तीन दोहरे शतक शामिल हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 29 शतक और 48 अर्धशतक की मदद से 9681 रन बनाए हैं। विराट कोहली के कप्तानी से हटने के बाद बीसीसीआई ने रोहित शर्मा को यह जिम्मेदारी सौंपी।
द्रविड़ ने कहा, 'रोहित शर्मा काफी सफल रहे हैं। जब वो अच्छा खेल रहे हों तो आप उनको तेज और शॉर्ट लेंथ की गेंद नहीं डाल सकते हैं। वो स्पिनर्स पर अच्छा प्रहार करते हैं। उनका अच्छा पूर्ण खेल है। वो भारत के शानदार खिलाड़ी हैं। पिछले कुछ मैचों में उन्हें देखना शानदार रहा है।'