मुंबई टेस्ट (IND vs NZ) के दूसरे दिन कीवी टीम को सस्ते में निपटाने के बावजूद भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने मेहमान टीम को फॉलोऑन नहीं दिया और भारत एक बार फिर से बल्लेबाजी के लिए उतरा। विराट कोहली के इस निर्णय से कुछ लोग सहमत नहीं दिखे लेकिन पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने भारतीय कप्तान का समर्थन किया। चोपड़ा के मुताबिक यह पूरी तरह से सही फैसला है।
भारत की पहली पारी के 325 रन के जवाब में न्यूजीलैंड की टीम महज 62 रन पर ढेर हो गयी और मेजबान टीम को 263 रन की बढ़त प्राप्त हुयी। सभी को लग रहा था कि शायद विराट कोहली फॉलोऑन देते हुए कीवी टीम को एक बार फिर से बल्लेबाजी के लिए बुलाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भारत ने दूसरी पारी में भी बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान आकाश चोपड़ा से भारतीय टीम के फॉलोऑन ना देने के फैसले के बारे में पूछा गया। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा,
वे बिल्कुल सही काम कर रहे हैं। यह थोड़ा इमोशनल है, हम सब जल्दी घर जाना चाहते हैं, इसलिए हम फॉलोऑन देने के लिए कहते, कि आप हावी हो रहे हैं, आप 263 रन से आगे हैं और उसे खत्म करिये। यह ब्रॉडकास्टर की सोच है, कुछ प्रशंसक भी ऐसा सोच सकते हैं, कि अगर आप जल्दी खत्म कर सकते हैं, तो करें।
चोपड़ा का यह भी मानना है कि भारत फॉलोऑन देने के बाद आसानी से जीत दर्ज कर लेता। उन्होंने कहा,
अगर हमने 250 की बढ़त के साथ फॉलोऑन दिया होता तो जीत भी जाते, तो भी हम उन सभी को आउट कर देते और सब जल्दी घर चले जाते। लेकिन टीम ऐसा नहीं सोच सकती, इसलिए वे वहां हैं।।
भारतीय बल्लेबाजों के लिए अच्छा मौका - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा का मानना है कि भारत ने दोबारा बल्लेबाजी करने का निर्णय लेकर अच्छा किया। इससे चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों को रन बनाने का एक और मौका मिलेगा। उन्होंने समझाते हुए कहा,
उनका काम यह सोचना है कि उनके लिए सबसे अच्छा क्या है। यदि किसी बल्लेबाज ने रन नहीं बनाए हैं, तो आप नेट्स में खेलकर रन नहीं बना सकते। इसके बाद अगला दौरा बहुत बड़ा है। पुजारा को एक और मौका क्यों नहीं, कोहली ने भी लंबे समय से रन नहीं बनाए हैं, शतक नहीं आये है, उन्हें मौका क्यों न दें, श्रेयस अय्यर और अधिक रन क्यों न बनाए।
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि इस मैच में अभी काफी समय बाकी है और रन बनाने का अपना महत्व है। उन्होंने आगे कहा,
ऐसे में उनके नजरिए से यह गलत नहीं है। वे कल भी पूरे दिन बल्लेबाजी कर सकते हैं और अभी काफी समय बाकी है। ये सब टेस्ट रन हैं, टेस्ट रन बनाने वाला ही इनकी कीमत समझता है और अगर किसी ने शतक नहीं बनाया है तो उसके लिए काफी बड़ा मौका है।