रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने शानदार गेंदबाजी करके टीम इंडिया (India Cricket team) को मुंबई में खेले गए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket team) पर 372 रन की रिकॉर्ड जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
हालांकि, इस मैच में सभी का ध्यान एजाज पटेल ने अपनी ओर खींचा। न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिनर एजाज पटेल ने भारत के खिलाफ पहली पारी में सभी 10 विकेट लेकर इतिहास रचा। एजाज पटेल टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बने।
हालांकि, एजाज पटेल के शानदार प्रदर्शन के बावजूद कई यूजर्स यह जानकर हैरान रह गए कि उनका ट्विटर अकाउंट वेरीफाइड नहीं है। ऐसे में रविचंद्रन अश्विन ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया और साथी स्पिनर को ब्लू टिक हासिल करने में मदद की।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने वेरीफाइड ब्लू बैज सोर्स पेज को ट्वीट करके कहा कि एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाला खिलाड़ी निश्चित ही ब्ल्यू टिक पाने का हकदार है। अश्विन ने ट्वीट किया, 'प्रिय वेरीफाइड, एक पारी में 10 विकेट लेने वाला खिलाड़ी निश्चित ही नीला टिक पाने का हकदार है।'
अश्विन के ट्वीट से ज्यादा लोग असहमत नहीं नजर आए और ट्विटर ने भी उनकी बात पर सहमति जताई। इसके नतीजा यह रहा कि जल्द ही एजाज पटेल का ट्विटर अकाउंट वेरीफाइड हुआ और उनके अकाउंट के नाम के साथ ब्लू टिक लग गया। अश्विन ने इसके बाद ट्विटर को धन्यवाद भी दिया।
अश्विन-एजाज ने बनाए रिकॉर्ड
रविचंद्रन अश्विन की गेंदों का सामना करना न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किल भरा रहा। वह किसी बुरे सपने की तरह कीवी बल्लेबाजों के पीछे पड़े। जहां अश्विन ने भारत के लिए अहम भूमिका निभाई और मैच में 8 विकेट लिए। वहीं एजाज पटेल का प्रयास खाली गया जबकि उन्होंने मैच में 14 विकेट लिए।
भारत की पहली पारी में 10 विकेट लेने वाले एजाज ने दूसरी पारी में 4 विकेट लिए। भारत के खिलाफ किसी विदेशी गेंदबाज का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पटेल ने इयान बॉथम (13 विकेट) का रिकॉर्ड तोड़ा।
अश्विन ने भी इस मैच में रिकॉर्ड बनाए। वह घरेलू जमीन पर 300 टेस्ट विकेट लेने वाले अनिल कुंबले के बाद दूसरे भारतीय गेंदबाज बने। इसके अलावा अश्विन सबसे ज्यादा साल 50 या ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने और इस मामले में उन्होंने अनिल कुंबले और हरभजन सिंह को पीछे छोड़ा। अश्विन ने चार साल 50 या ज्यादा टेस्ट विकेट लिए। हरभजन सिंह और अनिल कुंबले तीन-तीन साल यह कमाल कर पाए थे।