भारतीय (India Cricket team) बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) का मानना है कि क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में शतक को बड़े स्कोर में तब्दील करना उनकी सबसे बड़ी ताकत है, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि पिछली कुछ पारियों में वो अपनी पूरी क्षमता के मुताबिक नहीं खेल पा रहे हैं।
शुभमन गिल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 71 गेंदों में 44 रन बनाए और मयंक अग्रवाल के साथ 80 रन की साझेदारी की। गिल आउट होने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज रहे। ओपनिंग बल्लेबाज ने कहा कि वह कई बार दुर्भाग्यशाली रहे कि भारत के लिए टेस्ट मैचों में बड़ी पारी नहीं खेल सके।
गिल ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रसारणकर्ता से बातचीत में कहा, 'मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था और मेरे लिए बड़ा स्कोर बनाने का अच्छा मौका था। मगर दुर्भाग्यवश मैं ऐसा नहीं कर पाया। तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा कुछ नहीं था, लेकिन स्पिनर्स को मदद मिल रही थी। पुरानी बॉल टर्न हो रही थी, शुरूआत में उस पर अच्छी ग्रिप बन रही थी, लेकिन जैसे मैच बढ़ता गया, विकेट स्थायी हो गया।'
गिल ने आगे कहा, 'गेंद की लाइन में आकर खेलना जरूरी था। अगर गेंद स्पिन हो रही है तो आप उसके खिलाफ नहीं जा सकते। जरूरी है कि आप गेंद की लाइन में आकर खेलें। अगर गेंद ज्यादा स्पिन हो रही है तो आप बस उम्मीद कर सकते हैं कि गेंद आपके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर नहीं जाए और आप विशेषकर बाएं हाथ के स्पिनर्स के खिलाफ एलबीडब्ल्यू आउट नहीं हो।'
शुभमन गिल ने आगे कहा, 'दुर्भाग्यवश मैं इन 10 मैचों में शतक नहीं जमा पाया हूं। ऐसा नहीं कि मेरा ध्यान भटका, बल्कि कई बार मुझे भाग्य का साथ नहीं मिला या फिर शुरूआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाया। मेरा मानना है कि शतक को बड़े स्कोर में तब्दील करना असल में मेरी ताकत है।'
मयंक अग्रवाल ने खेली शानदार पारी: शुभमन गिल
इस बीच मयंक अग्रवाल ने अपने टेस्ट करियर का चौथा शतक जमाया और भारत ने दिन का खेल 221/4 के स्कोर पर समाप्त किया। मयंक अग्रवाल (120*) और ऋद्धिमान साहा (25*) क्रीज पर जमे हुए थे।
गिल ने कहा, 'मयंक अग्रवाल की शानदार पारी रही। उन्होंने पहले मैच में ज्यादा रन नहीं बनाए थे और यहां आकर उन्होंने पूरा ध्यान लगाकर बल्लेबाजी की। एक दिन में 250 गेंदें खेलना और नाबाद जाना अविश्वसनीय है।'
चायकाल के बाद भारत ने अपनी पारी 111/3 के स्कोर से आगे बढ़ाई थी। मयंक अग्रवाल और श्रेयस अय्यर ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया और 80 रन की साझेदारी की। ऐजाज पटेल ने अय्यर को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा।
मयंक अग्रवाल एक छोर पर डटे रहे और साहा के साथ मिलकर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।