चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानसबर्ग टेस्ट (IND vs SA) में अपनी दूसरी पारी में आक्रामकता के साथ बल्लेबाजी की और एक शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। पुजारा की बल्लेबाजी को सभी ने सराहा और अब उन्होंने खुद अपनी पारी को लेकर प्रतिक्रिया दी है। पुजारा ने कहा कि वह मैदान में कमजोर गेंदों पर रन बनाने के इरादे से उतरे थे।
मौजूदा टेस्ट के दूसरे दिन पुजारा ने 42 गेंदों का सामना करते हुए 35 रन बनाये थे और फिर तीसरे दिन 53 रन की एक बहुमूल्य पारी खेली। पुजारा ने अपनी पारी में 10 चौके लगाए और अपने आक्रामक एप्रोच से सभी को प्रभावित किया।
तीसरे दिन के खेल के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुजारा से पूछा गया कि क्या उन्होंने आक्रामक होने के लिए प्रयास किया था। इसका जवाब देते हुए पुजारा ने कहा,
यह (सकारात्मक बल्लेबाजी करने का एक सचेत प्रयास) था। पिच को देखते हुए, इसमें असामान्य उछाल है और यह आसान नहीं है। जब भी आपको कोई ढीली गेंद मिले, तो आप यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि आप उस पर रन बनाये। आप कभी नहीं जानते कि आपको कब एक मुश्किल गेंद पड़ जाये। यह मेरे गेम प्लान का हिस्सा था कि अगर मुझे ढीली गेंद मिलती है, तो मैं इसे रनों में बदलने की कोशिश करूंगा।
पुजारा ने आगे कहा कि चीजें योजना के मुताबिक गयी और इसी से उन्हें मदद मिली। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा,
मैंने अलग कुछ नहीं किया। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं। यह उन दिनों में से एक था जब सब कुछ मेरी योजना के अनुसार गया। कुल मिलाकर, जिस तरह से चीजें हुईं उससे वास्तव में खुश हूं।
गेम के हिसाब से रहाणे के साथ साझेदारी अहम थी - चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने अजिंक्य रहाणे (58) के साथ मिलकर अहम साझेदारी निभाई और भारत को मुश्किल से निकला। अपनी साझेदारी को लेकर पुजारा ने कहा,
अजिंक्य के साथ साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण थी क्योंकि हम ऐसे समय में थे जब हम बोर्ड पर कुछ रन चाहते थे। यह सिर्फ मेरे स्कोर के बारे में नहीं है बल्कि अंत में टीम के कुल स्कोर के बारे में है।
केएल राहुल (8) और मयंक अग्रवाल (23) के आउट होने के बाद रहाणे और पुजारा ने भारत को दूसरी पारी में तीसरे विकेट के लिए 111 रन जोड़े।