कई बार देखा जाता है कि जब किसी बल्लेबाज पर कप्तानी की जिम्मेदारी आ जाती है, तो उसकी बल्लेबाजी पर दबाव नजर आने लगता है। हालांकि जोहान्सबर्ग में पहली बार टेस्ट (IND vs SA) कप्तानी करने वाले केएल राहुल (KL Rahul) के साथ ऐसा कुछ भी देखना को नहीं मिला और उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक लगाया। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने भी इस बात पर प्रकाश डाला कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी के दौरान केएल राहुल की बल्लेबाजी पर कप्तानी का कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा।
रोहित शर्मा के टेस्ट सीरीज से बाहर होने के बाद केएल राहुल को टेस्ट टीम का उपकप्तान बनाया गया था। इसी वजह से जोहान्सबर्ग टेस्ट में पीठ में ऐंठन की वजह से विराट कोहली के बाहर होने के बाद, केएल राहुल को कप्तानी की भूमिका मिली।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान, इरफ़ान पठान ने कहा कि कप्तानी की अचानक जिम्मेदारी मिलने से केएल राहुल पर बल्लेबाज के रूप में कोई अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ा। उन्होंने कहा,
केएल राहुल की बल्लेबाजी पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा, यह देखकर बहुत अच्छा लगा। वह लंबे समय से खेल रहा है, वह एक सीनियर खिलाड़ी भी है। उसने कप्तानी की जिम्मेदारी अपने कंधों पर बहुत अच्छी तरह से ली है।
पठान ने आगे केएल राहुल के बतौर ओपनर कठिन परिस्थितयों में अच्छे प्रदर्शन की बात करते हुए कहा,
अगर आप दुनिया के किसी भी बल्लेबाज से पूछें कि रन बनाना सबसे मुश्किल कहां है तो वह कहेगा न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका, खासकर अगर आप ओपनर हैं। आपको बहुत अधिक कमिटमेंट और मानसिक स्थिरता दिखाने की जरूरत है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको वह तकनीक दिखानी होगी जो केएल राहुल ने दिखाई है और यही कारण है कि उन्हें यह नतीजा मिला है।
केएल राहुल ने जोहान्सबर्ग की मुश्किल पिच में धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और एक छोर पर खड़े रह कर टीम के लिए 50 रन का अहम योगदान दिया।
केएल राहुल ने अपनी बल्लेबाजी में निरंतरता दिखाई है - इरफ़ान पठान
इरफ़ान पठान ने केएल राहुल द्वारा ऑफ़ स्टंप के बाहर गेंदों के खिलाफ दिखाए गए अनुशासन की विशेष रूप से सराहना की। उन्होंने इस बारे में कहा,
केएल राहुल ने अपनी बल्लेबाजी में निरंतरता दिखाई है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। वह ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों को छोड़ते रहे। हमने 126वीं गेंद पर भी वही कमिटमेंट देखी, जो हमने शुरुआत में देखी थी।
पूर्व ऑलराउंडर ने अंत में कहा कि केएल राहुल पूरी पारी के दौरान अपने गेम प्लान के मुताबिक खेले। पठान ने कहा,
दक्षिण अफ्रीका ने बाद में ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद केएल राहुल ने अपनी बल्लेबाजी योजना को स्पष्ट रखा, कि अगर गेंद ऑफ स्टंप के बाहर है तो वह उसे छोड़ देंगे और अगर यह उसके एरिया में है - पिच-अप या शॉर्ट - वह वहां रन बनाने की कोशिश करेंगे।