दक्षिण अफ्रीका के हेड कोच मार्क बाउचर ने खुलासा किया कि वह स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) के टेस्ट से अचानक संन्यास लेने से हैरान थे।
उनका मानना है कि डी कॉक जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी से लंबे टेस्ट करियर की उम्मीद की जाती है। दक्षिण अफ्रीका के न्यूज़ पेपर Rapport के साथ बातचीत में, बाउचर ने कहा कि वह लंबे प्रारूप से अपने संन्यास लेने के डी कॉक के फैसले का पूरा सम्मान करते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इस समय हमारा ध्यान मौजूदा टेस्ट सीरीज में डी कॉक के रिप्लेसमेंट पर होना चाहिए।
बाउचर ने कहा कि आप यह उम्मीद नहीं करते हैं कि उनकी क्षमता का कोई भी उस उम्र में रिटायर हो जाएगा। वे आमतौर पर 35 या 36 साल की उम्र तक खेलते हैं। यह हैरानी भरा था। लेकिन हम उनके कारणों का पूरा सम्मान करते हैं। यह दुखद है, लेकिन हमें आगे बढ़ते रहना होगा। हम एक सीरीज के बीच में हैं और हम इसके बारे में बहुत लंबे समय तक नहीं सोच सकते हैं। हमें उन लोगों पर ध्यान देने की जरूरत है जो उनकी जगह आते हैं और उम्मीद है कि वे कुछ ऐसा ही कर सकते हैं जैसा कि क्विनी ने हमारे लिया किया था।
उल्लेखनीय है कि 29 वर्षीय डी कॉक ने सेंचुरियन टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार के बाद अचानक से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने इसके पीछे पारिवारिक कारणों का हवाला दिया था।
बाउचर ने टेस्ट में काइल वेरेन पर डी कॉक की रिप्लेसमेंट के तौर पर भरोसा दिखाया है और यह खिलाड़ी जोहान्सबर्ग में खेलता हुआ नजर आएगा।। बाउचर ने कहा कि वेरेन काफी समय से टीम के साथ है लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा था। हमनें उनके साथ काफी करीब से काम किया है। इस वजह से वह सिस्टम में नए नहीं हैं और हमें उनके खेल पर विश्वास है।