भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले वनडे मैच (IND vs SA) में वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) को डेब्यू का मौका मिला। अय्यर के डेब्यू के बाद सभी उनकी ऑलराउंड काबिलियत को देखने के लिए उत्सुक थे लेकिन इस खिलाड़ी को एक भी ओवर गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला। कई दिग्गजों ने इस पर सवाल भी उठाये। हालांकि अय्यर से गेंदबाजी ना कराने को लेकर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। धवन के मुताबिक भारतीय टीम को अय्यर से गेंदबाजी कराने की जरूरत नहीं महसूस हुयी। उन्होंने बताया कि कप्तान केएल राहुल अपने प्रमुख गेंदबाजों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करना चाहते थे।
हार्दिक पांड्या के गेंदबाजी ना करने के बाद से ही भारतीय टीम को छठें गेंदबाजी विकल्प की तलाश रही है और कुछ मौकों पर विराट कोहली और रोहित शर्मा से भी इस कमी को पूरा करने के लिए गेंदबाजी की उम्मीद लगाई गई।
भारतीय टीम के प्रमुख गेंदबाज टेम्बा बवुमा और रसी वेन डर डसेन के सामने बेअसर साबित हो रहे थे लेकिन कप्तान राहुल ने फिर भी वेंकटेश अय्यर को गेंद नहीं थमाई।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिखर ने कहा,
हमें उसकी जरूरत नहीं थी क्योंकि स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया और विकेट में कुछ टर्न था। अंत में ज्यादातर तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल किया जाता। बीच के ओवरों में जब विकेट नहीं गिर रहा था, तो हमारी सोच मुख्य गेंदबाजों को सफलता दिलाने के लिए वापस लाने की थी। लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। फिर, अंत में, हमारे स्पिनरों की तरह हमारे मुख्य गेंदबाजों को लाना महत्वपूर्ण था।
हालांकि भारतीय टीम के विपरीत विपक्षी कप्तान टेम्बा बवुमा ने अपने अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्पों का शानदार तरीके से इस्तेमाल किया और सफलता भी अर्जित की।
शिखर धवन ने युवाओं को दी अहम सलाह
शिखर धवन से यह भी पूछा गया कि जब टॉप ऑर्डर असफल हो जाता है तो वह युवा भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाजों को कदम बढ़ाने के लिए कैसे मार्गदर्शन करते हैं। भारत के लिए सर्वाधिक 79 रन बनाने वाले सलामी बल्लेबाज ने कहा कि वह इस बारे में बात करते हैं कि वे टीम की जरूरतों के अनुसार खुद को कैसे ढाल सकते हैं और खेल सकते हैं।
धवन ने समझाते हुए कहा,
आपको स्थिति के अनुसार खेलने की ज़रूरत है, हमेशा टीम को पहले रखना चाहिए, आपका व्यक्तिगत खेल महत्वपूर्ण है लेकिन खुद को टीम की जरूरत के हिसाब से ढालना भी महत्वपूर्ण है। जैसे अगर टीम को साझेदारी की जरूरत है, तो आपको उसी के अनुसार खेलना चाहिए। और मुझे लगता है कि यह सब समय और अनुभव के साथ अच्छा हो जाएगा।
गौरतलब है भारतीय टीम को पहले वनडे मैच में मेजबान टीम ने 31 रन से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने 4 विकेट पर 296 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 8 विकेट पर 265 रन बना पाई।