सेंचुरियन टेस्ट (IND vs NZ) में जब विराट कोहली (Virat Kohli) ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना का निर्णय लिया तो उनके इस निर्णय से कई दिग्गज सहमत नहीं दिखे। हालांकि बाद में यह निर्णय पूरी तरह से सही साबित हुआ। विराट कोहली ने साहसिक फैसला लिया और इसके लिए पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम ने विराट की सराहना की है।
भारतीय कप्तान के पहले बल्लेबाजी के फैसले को केएल राहुल और मयंक अग्रवाल की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 117 रन जोड़कर सही साबित किया। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए भारत की तरफ से दक्षिण अफ्रीका में तीसरे सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी की।
पहले टेस्ट के पहले दिन की समीक्षा करते हुए, करीम ने उल्लेख किया कि मेहमान टीम आमतौर पर दक्षिण अफ्रीका में रूढ़िवादी दृष्टिकोण के साथ खेलती है। हालाँकि, भारत के साथ ऐसा नहीं था।
खेलनीति यूट्यूब चैनल पर भारत के पहले बल्लेबाजी करने के फैसले की सराहना करते हुए करीम ने कहा,
मुझे लगता है कि बॉक्सिंग डे पर भारत का सबसे बड़ा पंच तब था जब विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इसका बड़ा महत्व है। कई बार, दक्षिण अफ्रीका की यात्रा करने वाली टीमें पहले टेस्ट में रूढ़िवादी दृष्टिकोण के साथ खेलती हैं। हालांकि, भारत ने इस बार पहले बल्लेबाजी करने का फैसला कर एक बड़ा कदम उठाया। इससे साफ पता चलता है कि वे अपनी बल्लेबाजी को लेकर कितने आश्वस्त हैं, खासकर सलामी बल्लेबाजों को। केएल राहुल और मयंक अग्रवाल ने इस फैसले को सही साबित किया।
अयाज मेनन ने बताया की राहुल द्रविड़ ने बल्लेबाजों को क्या सलाह दी होगी
पहले दिन के खेल के दौरान चेतेश्वर पुजारा को छोड़कर हर बल्लेबाज ने अपना योगदान दिया। विराट कोहली भी 35 रन बनाकर एक खराब शॉट खेलकर आउट हुए।
खेलनीति पर सबा करीम के साथ मौजूद क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज़ मेनन से जब यह पूछा गया कि भारतीय हेड कोच राहुल द्रविड़ ने बल्लेबाजों को क्या सलाह दी होगी। अयाज मेनन ने समझाया कि भारतीय मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भारतीय बल्लेबाजों को अपना विकेट खराब शॉट खेलकर ना गंवाने का निर्देश दिया होगा। उन्होंने कहा,
राहुल द्रविड़ ने सभी बल्लेबाजों को जो सबसे बड़ी सलाह दी होगी, वह थी अपने विकेट पर कीमत लगाना। बस अपना विकेट आसानी से मत दो। अगर कोई टीम पहले घंटे में एक विकेट खो देती है, तो वे पहले सत्र के अंदर आसानी से 3-4 विकेट खो सकते हैं। हालांकि, अगर सलामी बल्लेबाज अच्छा खेलते हैं तो एक स्थिर शुरुआत मिलती है, तो मध्य क्रम अपने आप अच्छा करता है। और यही हमने कल देखा।
अयाज मेनन ने भारतीय ओपनर्स केएल राहुल और मयंक अग्रवाल ने जिस तरह का अनुशासन दिखाया, उसकी सराहना की। उन्होंने आगे कहा,
अनुशासन वास्तव में महत्वपूर्ण है। और मयंक और राहुल ने इसका अच्छे से अनुसरण किया। किस डिलीवरी पर अटैक करना है और किस डिलीवरी को छोड़ना है। अब अगर भारत दो और सत्रों में बल्लेबाजी करता है, तो वे 450+ का स्कोर बना सकते हैं। और वहां से भारत के लिए टेस्ट हारना बेहद मुश्किल होगा।
भारत ने पहले तीन विकेट खोकर 272 रन का स्कोर बना लिया था और क्रीज़ पर केएल राहुल 122 तथा अजिंक्य रहाणे 40 रन बनाकर मौजूद थे।