INDvSL: विराट कोहली ने कहा, निरोशन डिकवेला के समय बर्बाद करने की रणनीति से उन्हें कोई शिकायत नहीं है

श्रीलंका क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज निरोशन डिकवेला ने ये स्वीकार कर लिया है कि वो कोलकाता टेस्ट के आखिरी दिन आखिरी सत्र में समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे, ताकि मैच किसी तरह ड्रॉ हो जाए। वहीं इस पर भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का कहना है कि उन्हें डिकवेला की इस रणनीति से कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि हर खिलाड़ी अपनी टीम के भले के लिए सोचता है और ऐसा करना गलत नहीं है। उनका कहना है कि अगर वो इस स्थिति में होते हैं तो अपनी टीम की जीत के लिए वो भी कुछ भी करेंगे। घटना का जिक्र करते हुए कप्तान कोहली ने दूसरे टेस्ट मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मैं मैदान पर उस तरह की प्रतिस्पर्धा देखना पसंद करता हूं। उस समय के तनातनी भरे माहौल में मैं भी अपनी टीम की जीत के लिए कुछ भी करुंगा। उन्होंने कहा कि मैदान पर हमारे बीच कितनी ही प्रतिस्पर्धा और विवाद क्यों ना हो लेकिन वो मैदान के अंदर ही खत्म हो जाती हैं। मैदान के बाहर हमारे मन में ऐसा कुछ नहीं रहता है। कप्तान कोहली ने डिकवेला के जज्बे की तारीफ भी की और कहा कि हर खिलाड़ी का अपना नजरिया होता है और जिस तरह से डिकवेला ने जज्बा दिखाया उससे मैं काफी प्रभावित हूं। उसके पास श्रीलंका क्रिकेट के लिए कुछ खास करने की काफी क्षमता है। गौरतलब है दोनों टीमों के बीच कोलकाता में खेला गया पहला टेस्ट मैच रोमांचक मोड़ पर जाकर ड्रॉ हो गया। भारतीय टीम द्वारा दिए गए 231 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका टीम ने 75 रन पर 7 विकेट गंवा दिए और उस पर हार का खतरा मंडराने लगा लेकिन खराब रोशनी की वजह से खेल को पहले रोकना पड़ा, जिससे श्रीलंकाई टीम हार से बाल-बाल बच गई। मैच के दौरान श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने समय बर्बाद करने की रणनीति भी अपनाई, खासकर विकेटकीपर निरोशन डिकवेला ने, जो काफी देर से स्ट्राइक के लिए तैयार होते थे, जबकि गेंदबाज अपने छोर पर तैयार रहता था। इसको लेकर उनकी और मोहम्मद शमी के बीच मैदान पर तनातनी भी हुई। डिकवेला ने खुद स्वीकार किया है ये उनकी रणनीति का एक हिस्सा था। डिकवेला ने माना है कि समय बर्बाद करने के लिए वो जान बूझकर ऐसा कर रहे थे ताकि मैच ड्रॉ हो जाए।

Edited by Staff Editor