पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर निखिल चोपड़ा ने बैंगलोर में श्रीलंका के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट (IND vs SL) की दोनों पारियों में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) के आउट होने के तरीके पर अपनी राय दी है। विराट दोनों पारियों में विकेट के सामने फंस गए थे और साथ ही साथ गेंद के नीचे रहने के कारण दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हुए।
हालाँकि, निखिल चोपड़ा ने बताया कि कैसे कोहली स्पिनरों धनंजय डी सिल्वा और प्रवीण जयविक्रमा की हर गेंद को बैक फुट पर खेलना चाहते थे। उनका मानना है कि स्पिनरों के खिलाफ रैंक टर्नर पर इस तरह का एप्रोच खतरनाक है।
खेलनीति पॉडकास्ट पर बातचीत करते हुए कोहली के आउट होने के बारे में निखिल चोपड़ा ने कहा,
देखो वह कैसे आउट हुआ। वह दोनों मौकों पर स्पिनर को बैक फुट पर खेलने के चक्कर में आउट हुए हैं। हो सकता है कि वह लेंथ को पिक नहीं कर पा रहे हैं और आउट हो रहे हैं। विराट कोहली अपने प्राइम में खेल को कंट्रोल करना पसंद करते हैं भले ही वह गेंद स्विंग कर रही हो। गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिए नियंत्रित आक्रामकता दिखाई देती थी।
चोपड़ा ने बताया कि कैसे कोहली अपने प्राइम में गेंदबाजों को उनकी लेंथ से दूर गेंदबाजी करवाने के लिए पैरों का इस्तेमाल करते थे। उन्होंने ये भी बताया कि खराब पैच से बाहर निकलने के लिए कोहली को कैसे खेलने की जरूरत है। उन्होंने कहा,
वह अब बैकफुट पर खेलने की कोशिश कर रहे है, यह एक समस्या है। अपने प्राइम में, वह बाहर निकलते थे और गेंदबाज को भ्रमित करते थे। अगर आप ऐसे विकेट पर बैक फुट पर खेलते रहते हैं, एक गेंद आएगी जो नीची रहेगी। उन्हें वापसी करने और अपनी बल्लेबाजी को एन्जॉय करने के लिए मानसिक रूप से खुद को तैयार करने की आवश्यकता है।
इसके अलावा निखिल चोपड़ा ने यह भी कहा कि पिंक बॉल टेस्ट में करैक्टर और स्किल की सही परीक्षा होती है।