भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व क्रिकेटर सबा करीम (Saba Karim) इस बात से नाखुश हैं कि आगामी जिंबाब्वे दौरे के लिए शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को कप्तानी से हटाया गया। करीम का मानना है कि एक सीनियर खिलाड़ी से इज्जत के साथ पेश आना चाहिए।
पूर्व चयनकर्ता करीम ने कहा कि केएल राहुल को कप्तान या उप-कप्तान बनाना महत्वपूर्ण नहीं था क्योंकि वो लंबे समय के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं।
सबा करीम ने इंडिया न्यूज स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, 'केएल राहुल केवल टीम का सदस्य बनकर भी सीरीज खेल सकते थे। उन्हें कप्तान या उप-कप्तान बनाना जरूरी नहीं था। वो लंबे समय के बाद वापसी कर रहे हैं। शिखर धवन टीम के सीनियर सदस्य हैं, जिन्होंने सफेद गेंद क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन किया है। आपने जब एक बार कप्तान की घोषणा कर दी थी तो उसे महत्व देना चाहिए था।'
सबा करीम ने आगे कहा कि शिखर धवन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार नेतृत्व किया। करीम ने कहा कि धवन की कप्तानी में भारतीय टीम नियंत्रित नजर आई और उसने कैरेबियाई का 3-0 से क्लीन स्वीप किया।
शिखर धवन ने बल्ले के साथ भी दमदार प्रदर्शन किया और तीन मैचों में दो अर्धशतक जमाए। सबा करीम ने कहा, 'मैं यह भी कहना चाहूंगा कि शिखर धवन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय टीम का शानदार ढंग से नेतृत्व किया। उन्होंने बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन किया। भारत ने कई युवाओं के साथ में वेस्टइंडीज का क्लीन स्वीप किया। धवन की कप्तानी में कई युवाओं ने शानदार खेला। धवन भी पूरे नियंत्रण में दिखे। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया।'
सबा करीम इस बात पर राजी नहीं है कि कई कप्तान बनाए जाएं या फिर टीम के अंदर पूर्व कप्तान हो। करीम को लगता है कि इस तरह के फैसले सोच समझकर लेने चाहिए क्योंकि इससे खिलाड़ी के हौसले पर प्रभाव पड़ सकता है।
ध्यान दिला दें कि भारतीय टीम ने साल 2022 में सात कप्तानों का उपयोग किया है। भारतीय टीम ने श्रीलंका के रिकॉर्ड की बराबरी की, जिसने 2017 में सात कप्तानों का उपयोग किया था।
सबा करीम ने कहा, 'कप्तानी में जिस तरह का बदलाव चल रहा है, वो अलग और सवाल उठाने वाला है। इस तरह के फैसले काफी सचेत होकर लेने की जरूरत है। इसमें किसी जल्दबाजी की जरूरत नहीं क्योंकि यह टीम माहौल से जुड़ा मामला है। आपको टीम भावना निर्माण की जरूरत है। एक कप्तान आगामी मैचों के बारे में योजना बनाना शुरू करता है और आप अचानक बदलाव करते हैं। इससे क्रिकेटर के हौसले पर असर पड़ता है।'