पहले दो टेस्ट में हार फिर जोहांसबर्ग में पलटवार और डरबन में वनडे सीरीज़ की जीत से शुरुआत करने वाली टीम इंडिया अब सेंचुरियन वनडे के लिए भी तैयार है। लगातार दो मैचों में जीत के बाद विराट कोहली की सेना को जहां जीत का स्वाद भा गया है, तो मेज़बानों की क़ामयाबी का सूत्र बिगड़ गया है। इसकी सबसे बड़ी वजह है प्रोटियाज़ के दो दिग्गजों का एक साथ चोटिल हो जाना, पहले एबी डीविलियर्स और फिर कप्तान फ़ाफ़ डू प्लेसी। डीविलियर्स की चौथे वनडे से टीम के साथ जुड़ने की उम्मीद तो है लेकिन डरबन में शतक लगाने वाले कप्तान फ़ाफ़ वनडे और टी20 दोनों ही सीरीज़ से बाहर हो गए हैं।
ग्रीम स्मिथ के बाद सबसे युवा कप्तान पर है बड़ी ज़िम्मेदारी
डू प्लेसी के वनडे और टी20 से बाहर होने के बाद दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट बोर्ड ने सभी को चौंकाते हुए केवल 2 वनडे का अनुभव रखने वाले एडेन मार्करम के कंधों पर इस सीरीज़ में बाक़ी बचे मैचों की कप्तानी का दायित्व दे दिया है। सेंचुरियन वनडे में जब मार्करम टॉस के लिए सिक्का उछालने जाएंगे तो वह 23 वर्ष और 123 दिन के रहेंगे, इस मामले में वह सिर्फ़ दूसरे सबसे युवा दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान होंगे। प्रोटियाज़ की तरफ़ से सबसे कम उम्र में कप्तानी का रिकॉर्ड ग्रीम स्मिथ के नाम है जब उन्होंने पहली बार 22 साल और 59 दिन की उम्र में दक्षिण अफ़्रीका के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में कप्तानी की थी। मार्करम के लिए अच्छी बात ये है कि इस टीम में हाशिम अमला, जेपी डुमिनी और डेविड मिलर जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं जिनसे उन्हें मदद मिलती रहेगी। मार्करम ने अंडर-19 स्तर पर दक्षिण अफ़्रीका की कप्तानी की है लिहाज़ा इस बड़ी ज़िम्मेदारी के लिए भी तैयार हैं।
टीम इंडिया के पास 2-0 की बढ़त लेने का है विराट मौक़ा
एबी डीविलियर्स और फ़ाफ डू प्लेसी की ग़ैरमौजूदगी में विराट कोहली की नज़र होगी जीत की इसी लय को बरक़रार रखते हुए सेंचुरियन में भी मेज़बानों पर दबाव बनाने की, ताकि बढ़त को 2-0 तक ले जाया जा सके। हालांकि हाशिम अमला, क्विंटन डी कॉक और डेविड मिलर के अनुभव के साथ साथ युवा कप्तान मार्करम की प्रतिभा भी किसी से छिपी नहीं है। लेकिन डरबन में भारतीय कलाइयों के दो जादूगरों के सामने जिस तरह फ़ाफ़ को छोड़कर कोई भी अफ़्रीकी बल्लेबाज़ सहजता से नहीं खेल पाया था, उसी दबाव को एक बार फिर युज़वेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी जारी रखना चाहेगी। ज़ाहिर है प्रोटियाज़ टीम के उपर दो दिग्गजों के न रहने का अहसास ज़रूर हावी रहेगा और उसी मानसिक स्थिति पर टीम इंडिया और चोट पहुंचाने की कोशिश करेगी।
सेंचुरियन के आंकड़े और डरबन का सफल प्रयोग भी है भारत के साथ
डरबन के आंकड़े भले ही भारत के ख़िलाफ़ थे लेकिन जीत दर्ज करते हुए कोहली एंड कंपनी ने वहां एक नया इतिहास लिखा था। ठीक उसके विपरित सेंचुरियन में भारत ने अब तक 5 बार प्रोटियाज़ के साथ वनडे मुक़ाबले खेले हैं, जिसमें से 2 में जीत का सेहरा टीम इंडिया के सिर बंधा है तो दो बार मेज़बानों ने बाज़ी मारी है। एक मुक़ाबला बारिश की भेंट चढ़ गया था, यानी दोनों ही टीमों का स्कोर 2-2 है। एक और चीज़ भारत की मुश्किलों को काफ़ी हद तक कम करती हुई दिख रही है, और वह है डरबन में नंबर-4 पर अजिंक्य रहाणे का प्रयोग, जिसमें रहाणे पूरी तरह सफल रहे और 79 रनों की शानदार पारी खेली थी। रहाणे और कोहली ने तीसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 189 रन भी जोड़े थे, इतना ही नहीं रहाणे ने वनडे में लगातार 5 पारियों में 5 बार 50+ का स्कोर बनाते हुए भारतीय रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है। हां, दक्षिण अफ़्रीकी सरज़मीं पर रोहित शर्मा के आंकड़े उनके ख़िलाफ़ ज़रूर हैं, लेकिन रोहित की क़ाबिलियत पर किसी को शक नहीं है। क्या पता जैसे डरबन में टीम इंडिया ने इतिहास रचा था, उसी तरह अपने करियर में अफ़्रीकी ज़मीन पर क़रीब 13 की औसत से सिर्फ़ 106 रन बनाने वाले रोहित सेंचुरियन में इन आंकड़ों को बदल डालें।
पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज
इससे पहले कि पिच की बात करें, एक बार याद दिला दें कि ये मुक़ाबला दिन रात्रि का नहीं बल्कि पूरी तरह दिन का मुक़ाबला है। आधुनिक दौर में सीमित ओवर मुक़ाबले कम ही दिन में खेले जाते हैं, लेकिन वेस्टइंडीज़ और दक्षिण अफ़्रीका में हर सीरीज़ में एक आक मुक़ाबला दिन में देखने को मिल ही जाता है। सेंचुरियन की पिच आमूमन दिन रात्रि में जिस तरह बल्लेबाज़ों के लिए मूफ़ीद मानी जाती है, उसके उलट दिन के मुक़ाबले में कम से कम सुबह के समय ये गेंदबाज़ों को मदद देती है। इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस पिच पर दिन में हुए पिछले 5 एकदिवसीय मुक़ाबलों में 4 बार पहले गेंदबाज़ी करने वाली टीम ने जीते हैं। लिहाज़ा इस पिच पर टॉस एक बार फिर अहम साबित हो सकता है। साथ ही साथ सेंचुरियन में कुछ दिनों पहले ही बारिश हुई थी जिसकी वजह से पिच में थोड़ी नमी की संभावना की जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक़ रविवार को भी बारिश की संभावना है, हालांकि उम्मीद है कि ये शाम के समय में होगी, जब मैच ख़त्म हो गया रहेगा।
क्या टीम इंडिया करेगी कोई बदलाव, कौन लेगा फ़ाफ़ डू प्लेसी की जगह ?
पिच भले ही सुबह के समय तेज़ गेंदबाज़ों को मदद करे, लेकिन इस बात की संभावना बेहद कम है कि विराट कोहली दाएं हाथ के लेग स्पिनर युज़वेंद्र चहल और बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव में से किसी को बाहर रखें। चहल और कुलदीप ने मिलकर डरबन में 5 विकेट झटके थे और दोनों की गेंदों को समझ पाना अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों के लिए पहेली से कम नहीं था। लिहाज़ा टीम में बदलाव करने के लिए मशहूर विराट कोहली सेंचुरियन में बिना किसी बदलाव के उतरें तो हैरानी नहीं होगी। दूसरी तरफ़ मेज़बान टीम फ़ाफ़ की जगह फ़रहान बेहदरीन को प्लेइंग-XI में शामिल कर सकती है। हालांकि शुरुआत में फ़रहान स्कॉयड में भी नहीं थे, रिज़र्व बल्लेबाज़ के तौर पर खोया ज़ोंडो को शामिल किया गया था। लेकिन इसकी उम्मीद कम ही है कि अफ़्रीका ज़ोंडो को डेब्यू कराएगा, क्योंकि अहम मुक़ाबले में फ़रहान का अनुभव उन्हें प्लेइंग-XI का टिकट दिला सकता है। भारत संभावित-XI: शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, एम एस धोनी, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युज़वेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह दक्षिण अफ़्रीका संभावित-XI: क्विंटन डी कॉक, हाशिम अमला, एडेन मार्करम, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर, फ़रहान बेहरदीन, क्रिस मॉरिस, एंडिल फ़ेलुकवायो, कगिसो रबाडा, मोर्न मोर्केल और इमरान ताहिर