#2) आखिरी ओवर में फील्डिंग
ऑस्ट्रेलिया को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 14 रनों की दरकार थी और उनके निचले क्रम के बल्लेबाजों ने दो चौके और अंतिम गेंद पर 2 रन लेकर टीम को रोमांचक जीत दिलाई। हालांकि भारत के पास दो ऐसे मौके आए, जब वो फील्डिंग से आसानी से रन बचा सकते थे, लेकिन अहम मौके पर उन्होंने काफी निराश किया। वैसे पूरे मैच में भारत के फील्डर्स ने बेहतरीन काम किया और दो रन आउट भी किए।
आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर उमेश ने झाई रिचर्डसन को बेहतरीन यॉर्कर डाली, जोकि मिडऑन की तरफ गई। इसके बाद उन्होंने 30 गज दायरे के अंदर से दो रन ले लिए। धोनी भी उस समय नाराज नजर आए, क्योंकि उमेश गेंद को पकड़ने के लिए नहीं भागे।
इसके बाद मैच की आखिरी गेंद पर भी उमेश को खुद गेंद को पकड़ना चाहिए था, लेकिन वो नाकाम रहे। साथ ही में लॉन्ग ऑन पर खड़े फील्डर ने भी सही थ्रो नहीं किया, जिसका खामियाजा भारत को हार के रूप में चुकाना पड़ा। भारत थोड़ा बेहतर काम फील्ड में दिखाता, तो यह मैच टाई नहीं तो जीत भी सकता था।