18 जून को होने वाले आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के लिए दोनों ही टीमें इंग्लैंड पहुंच चुकी हैं। एक तरफ न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेल रही है, वहीं भारतीय टीम भी 3 जून को इंग्लैंड पहुंच गई है और अब वहां 3 दिन तक क्वारंटीन करेगी और इसके बाद ही अभ्यास सत्र को शुरू कर पाएगी। दोनों ही टीमें फाइनल से पहले विश्वास से भरी हुई नजर आ रही हैं और ऐसे में दर्शकों को एक शानदार मुकाबला देखने को मिल सकता है।
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टेस्ट मैचों में अक्सर टीमों के द्वारा बड़े स्कोर देखने को मिलते हैं क्योंकि इस प्रारूप में ना तो ओवरों की कोई सीमा होती है और ना ही समय की कमी। ऐसे में बल्लेबाज इस चीज का पूरा फायदा उठाते हैं और लंबी पारी खेलकर टीम को बड़ा स्कोर बनाने में मदद करते हैं। हालांकि हालात तब बदल जाते हैं जब गेंदबाजों के लिए मदद होती है और बल्लेबाजों के लिए रन बनाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में टेस्ट मैच में कई बार टीमों के द्वारा काफी कम स्कोर भी देखने को मिला है। इस आर्टिकल में हम उन 3 मौकों का जिक्र करने जा रहे हैं, जब भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए टेस्ट में सबसे कम रन बने।
3 मौके जब भारत और न्यूजीलैंड टेस्ट में सबसे कम रन बने
#3 635, वेलिंग्टन टेस्ट (1976)
1976 में न्यूजीलैंड दौरे पर गई भारतीय टीम के लिए सीरीज जीतने का सुनहरा मौका था। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा था लेकिन तीसरे मैच में न्यूजीलैंड ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया। भारत ने इस मैच मैच की पहली पारी में बृजेश पटेल के 81 रन तथा किरमानी के 49 रन की बदौलत 220 रन बनाए। इसके बाद न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी की और मुश्किल परिस्थितियों में 334 रन का स्कोर बनाया।
हालांकि जब भारत दूसरी बार बल्लेबाजी करने उतरा तो रिचर्ड हेडली की खतरनाक गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं पाए और पूरी टीम मात्र 81 रन पर आउट हो गई इस तरह न्यूजीलैंड ने यह मैच एक पारी और 33 रन से जीत गया इस मैच में कुल 635 रन ही बने। हेडली ने दूसरी पारी में महज 23 रन देकर 7 भारतीय बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।
#2 565, वेलिंग्टन टेस्ट (2002)
2002 में न्यूजीलैंड के दौरे पर पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन किया और भारत को एक बड़ी हार मिली। पहली पारी में भारत ने राहुल द्रविड़ के 76 रन की बदौलत 161 रन बनाये। द्रविड़ को छोड़कर अन्य कोई भारतीय बल्लेबाज कामयाब नहीं हुआ। न्यूजीलैंड ने भी अपनी पहली पारी में बहुत बड़ा स्कोर नहीं बनाया लेकिन 247 रन बनाकर मुश्किल परिस्थितियों में अहम बढ़त हासिल कर ली थी। भारत के बल्लेबाज दूसरी पारी में भी नाकाम रहे और और पूरी टीम 121 के स्कोर पर ढेर हो गयी। इसके बाद न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने 36 रन के छोटे लक्ष्य को बिना विकेट खोये हासिल कर लिया।
#1 507, हैमिल्टन टेस्ट (2002)
2002 में खेला गया टेस्ट बल्लेबाजों के लिहाज से बहुत ही खराब था। इस मैच में दोनों टीमें अपनी पहली पारी में 100 रन का स्कोर भी नहीं बना पायीं थी। इस मैच के पहले दो दिन ज्यादा खेल नहीं हुआ था लेकिन तीसरे दिन गेंदबाजों ने दबदबा बनाया। भारत ने पहली पारी में मात्र 99 रन बनाये वहीं इसके बाद न्यूजीलैंड की टीम भी पहली पारी में मात्र 94 रन ही बना पाई। भारत अपनी दूसरी पारी में भी बड़ा स्कोर बना पाने में नाकाम रहा और टीम मात्र 154 रन पर सिमट गयी। इसके बाद न्यूजीलैंड ने 160 रन के टारगेट को छह विकेट खोकर हासिल कर लिया और जीत हासिल की।