भारतीय टीम को वेलिंग्टन में खेले गए पहले टी20 मैच में 80 रनों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। न्यूजीलैंड के 219 रनों के जवाब में भारतीय टीम पूरे ओवर भी नहीं खेल पाई और 139 रन बनाकर आउट हो गई। न्यूजीलैंड की तरफ से टिम साइफर्ट ने 43 गेंद पर 84 रनों की धुंआधार पारी खेली, जिसकी वजह से कीवी टीम एक बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रही। वहीं भारतीय टीम की तरफ से कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया।
आइए जानते हैं भारतीय टीम की इस हार के 5 प्रमुख कारण क्या रहे ?
5. खराब फील्डिंग
भारतीय टीम की खराब फील्डिंग भी इस मैच में हार की एक वजह रही। दिनेश कार्तिक ने दो आसान से कैच छोड़े। उन्होंने खतरनाक तरीके से बल्लेबाजी कर रहे टिम साइफर्ट का कैच छोड़ा। साइफर्ट उस वक्त 71 रन बनाकर खेल रहे थे और क्रुणाल पांड्या की गेंद पर उन्होंने एक ऊंचा शॉट खेल दिया था लेकिन कार्तिक उस कैच को पकड़ नहीं पाए। इसके बाद हार्दिक पांड्या की गेंद पर उन्होंने रॉस टेलर का भी आसान सा कैच छोड़ा। हालांकि उन्होंने सीमा रेखा पर एक बेहतरीन कैच लपका भी लेकिन इन दोनों ड्रॉप कैच ने मैच पर काफी असर डाला। वहीं धवन से भी मैच के आखिर में मिसफील्ड की वजह से एक बाउंड्री चली गई।
4.बल्लेबाजों को सही क्रम में ना भेजना
भारतीय टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही और कप्तान रोहित शर्मा सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि इसके बाद एक फैसले ने सभी को चौंका दिया। रोहित शर्मा के आउट होने के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए विजय शंकर को भेजा गया। रोहित शर्मा तीसरे ओवर में आउट हुए और उस समय क्रीज पर किसी ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी जोकि पावरप्ले का पूरा फायदा उठा सके। उस समय ऋषभ पंत को भेजा जा सकता था।
हालांकि विजय शंकर ने 18 गेंद पर 27 रन बनाए और ऋषभ पंत 10 गेंद पर सिर्फ 4 रन ही बना सके। लेकिन अगर पंत तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आते तो वो पावरप्ले का और ज्यादा फायदा उठा सकते थे। पंत एक काफी आक्रामक बल्लेबाज हैं और टीम को उस समय बड़े शॉट्स की जरूरत थी, ऐसे में उनको चौथे नंबर पर भेजकर टीम मैनेजमेंट ने एक बड़ी गलती की और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
3.टीम चयन में गलती
भारतीय टीम का कॉम्बिनेशन इस मैच में काफी अजीबोगरीब रहा। 3 विकेटकीपरों को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई। सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि विजय शंकर बल्लेबाज के तौर पर खिलाया गया। उनसे गेंदबाजी नहीं कराई गई। कुलदीप यादव को ड्रॉप करना भारत को काफी महंगा पड़ा। कुलदीप एक विकेट टेकर गेंदबाज हैं और चहल के साथ मिलकर उन्होंने कई टी20 मैच भारत को जिताए हैं। वहीं खलील अहमद, हार्दिक पांड्या और भुवनेश्रर कुमार के महंगे साबित होने के बावजूद विजय शंकर से गेंदबाजी नहीं करवाई गई।
भारतीय टीम इस मैच में खलील अहमद की जगह कुलदीप यादव को मौका दे सकती थी और दिनेश कार्तिक की जगह केदार जाधव को खिलाया जा सकता था। जाधव अगर टीम में होते तो शायद जरूरत के वक्त गेंदबाजी करके विकेट निकाल सकते थे। वो वनडे सीरीज में ऐसा पहले कर चुके हैं। अगर ऐसा होता तो न्यूजीलैंड की टीम इतना बड़ा स्कोर नहीं बना पाती।
2.सलामी बल्लेबाजों द्वारा खराब शुरुआत
अगर 220 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं तो सलामी बल्लेबाजों से एक बेहतर शुरुआत की उम्मीद की जाती है। लेकिन भारतीय टीम के बल्लेबाज ऐसा नहीं कर सके। कप्तान रोहित शर्मा 5 गेंद पर सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए और ये टीम के लिए काफी तगड़ा झटका था। पावरप्ले के अंदर भारतीय टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज पवेलियन लौट गए और यहां से टीम की राह मुश्किल हो गई।
रोहित शर्मा एक बेहद जबरदस्त बल्लेबाज हैं, अगर वे क्रीज पर रहते तो निश्चित तौर पर भारतीय टीम इस मैच में आगे रहती। वहीं शिखर धवन भी अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए और 29 रन बनाकर आउट हो गए। टिम साउदी ने मैच के पहले ओवर से जो दबाव बनाया उसी का नतीजा था कि रोहित शर्मा अपना विकेट गंवा बैठे और भारत ये मैच हार गया।
1.गेंदबाजों का बेहद खराब प्रदर्शन
भारतीय गेंदबाज इस मैच में बिल्कुल भी लय में नहीं दिखे। शुरुआत से ही कॉलिन मुनरो और टिम साइफर्ट ने आक्रामक रुख अख्तियार कर सभी गेंदबाजों की लय बिगाड़ दी। भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद और हार्दिक पांड्या किसी भी गेंदबाज ने स्विंग कराने की कोशिश नहीं की और बचते हुए नजर आए। यहां तक कि टीम के दोनों स्पिनरों युजवेंद्र चहल और क्रुणाल पांड्या ने भी काफी कमजोर गेंदे डाली।
हार्दिक पांड्या ने अपने 4 ओवरों के स्पेल में 51 रन खर्च कर डाले। भुवनेश्वर कुमार ने 4 ओवर में 47, खलील अहमद ने 4 ओवर में 48, क्रुणाल पांड्या ने 37 और युजवेंद्र चहल ने 35 रन अपने 4 ओवरों के स्पेल में दिए। सभी गेंदबाज सिर्फ रनों पर लगाम लगाने की कोशिश करते रहे। जिसका नतीजा रहा कि न्यूजीलैंड ने एक विशाल स्कोर खड़ा कर दिया और भारतीय बल्लेबाजी काफी दबाव में आ गई।