भारत ने एकदिवसीय सीरीज में न्यूजीलैंड को आराम से पटखनी दी थी मगर टी20 सीरीज में उनकी शुरुआत खराब रही। न्यूज़ीलैंड की टीम ने हर विभाग में भारतीय खेमे से बेहतर खेल दिखाया और 80 रन से मैच जीत लिया। रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर न्यूज़ीलैंड को बल्लेबाजी का न्यौता दिया। न्यूज़ीलैंड के सलामी बल्लेबाजों ने 86 रन की साझेदारी कर टीम को बेहतरीन शुरुआत प्रदान की। इस की मदद से न्यूज़ीलैंड 220 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही। इस विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम नियमित अंतराल पर विकेट खोती रही और 139 रन पर ढेर हो गई।
रोहित शर्मा -
जब आप एक बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हैं तो आपको शुरुआत से ही बड़े शॉट खेलने की जरूरत होती है। रोहित शर्मा ने ऐसा ही करने की कोशिश की मगर अपना विकेट गंवा बैठे। भारत को इस लक्ष्य को चेज करने के लिए कप्तान से एक बड़ी पारी की जरूरत थी।
शिखर धवन - 5/10
धवन शुरुआत में अच्छी लय में नज़र आ रहे थे मगर लोकी फर्ग्यूसन की एक यॉर्कर पर आउट हो गए। उन्होंने 18 गेंदों में खेली अपनी 29 रन की पारी में शानदार बाउंड्री लगाईं मगर यॉर्कर का सामना करने से चूक गए।
विजय शंकर - 5/10
शंकर ने भी अपनी पारी को शुरुआत शानदार तरीके से की थी। उन्होंने पॉवरप्ले के पांचवें ओवर में शानदार बॉउंड्री लगाईं। लेकिन वह सैंटनर की गेंद पर शॉट खेलने के चक्कर मे आउट गए। हालांकि चौंकाने वाली बात ये रही कि उन्होंने एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं की।
ऋषभ पंत : 3/10
इस युवा बल्लेबाज से बहुत उम्मीदें लगाईं जा रहीं थीं मगर वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। इस दौरे पर अपना पहला मैच खेल रहे पंत सहज नज़र नहीं आये और 10 गेंदों पर 4 रन बनाकर आउट हो गए।
एमएस धोनी - 7/10
जब धोनी क्रीज़ पर आए तब तक जरुरी रन रेट 14 के पार जा चुका था। दूसरे छोर पर विकेट गिरते देख धोनी कुछ योगदान नहीं दे सके। उन्होंने 31 गेंदों पर 39 रन बनाए और भारत को इस खेल में बनाए रखा अन्यथा टीम की हार का अंतर और बड़ा हो सकता था।
दिनेश कार्तिक - 3/10
दिनेश कार्तिक भी जरूरी रन रेट को नीचे लाने के चक्कर में जल्दी ही आउट हो गए। सोढ़ी की गेंद पर स्वीप शॉट खेलते वक़्त वह बॉउंड्री पर टिम साउदी को कैच थमा बैठे। फील्डिंग के दौरान भी उन्होंने दो कैच छोड़ दिये थे।
हार्दिक पांड्या - 4/10
हार्दिक पांड्या भारतीय टीम के सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए। हालांकि उन्होंने 2 विकेट लिए मगर इस दौरान 50 रन भी खर्च किये। वह बल्ले से भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके। उन्हें महज़ एक बाउंड्री लगाकर पवेलियन लौटना पड़ा।
क्रुणाल पांड्या : 7/10
क्रुणाल पांड्या ने गेंदबाजी में खास योगदान दिया। हालांकि उन्होंने चार ओवर में 37 रन खर्च किये मगर पहले तीन ओवर में बेहतरीन गेंदबाजी की। उन्होंने मुनरो का विकेट लेकर भारत को पहली सफलता दिलाई। उनकी गेंद पर एक कैच भी छूटा। धोनी के साथ मिलकर उन्होंने 50 रन की साझेदारी भी की।
भुवनेश्वर कुमार -5/10
भुवी के लिए ये मैच उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। उनके ज्यादातर ओवरों में बल्लेबाजों ने जमकर बाउंड्री लगाई। वह अपने पहले ओवर में किफायती रहे मगर अगले तीन ओवर में 43 रन खर्च कर दिए। हालांकि उन्होंने टेलर का विकेट लेकर कुछ हद तक इसकी भरपाई की।
युजवेंद्र चहल -6/10
चहल ने बाकी गेंदबाजों से बेहतर गेंदबाजी की। उन्होंने 8.8 की इकॉनमी दर से रन खर्च किये जो कि वेलिंग्टन जैसे विकेट पर स्वीकृत था। उन्होंने जमे हुए बल्लेबाज केन विलियमसन का विकेट झटककर टीम को राहत पहुंचाई।
खलील अहमद - 5/10
खलील भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सके। 2 ओवरों के बाद उनका इकोनॉमी रेट 12 तक पहुंच गया था। उन्होंने 84 रन बनाकर विस्फोटक पारी खेल रहे सेफर्ट का विकेट चटकाया। वह और बेहतर हो सकते थे।
टिम साइफर्ट -9/10
न्यूज़ीलैंड के सलामी बल्लेबाज टिम सेफर्ट ने पारी को बेहतरीन शुरूआत प्रदान की। उन्होंने महज़ 43 गेंदों में 84 रन बनाकर टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचने में मदद की। उन्होंने पारी के दूसरे हाफ के लिए पिछले क्रम के बल्लेबाजों के लिए शानदार प्लेटफॉर्म तैयार किया।
कॉलिन मुनरो - 7/10
मुनरो ने साइफर्ट का बखूबी साथ निभाया। उन्होंने महज़ 20 गेंदों में 34 रन बनाकर न्यूज़ीलैंड को 86 रन की सलामी साझेदारी में मदद की। वह अपनी पारी को और लंबा कर सकते थे मगर जल्दी ही विकेट गंवा बैठे।
केन विलियमसन-7/10
न्यूज़ीलैंड के कप्तान ने 22 गेंदों में 34 रन बनाकर महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने पारी की शुरुआत में रन बनाने में थोड़ा वक्त लिया मगर बाद में वह गेंदबाजों को खेलते समय सहज नज़र आये।
रॉस टेलर - 7/10
रॉस टेलर ने अंत में आकर छोटी मगर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सिर्फ 14 गेंदों में 23 रन बनाये और टीम के रनरेट को गति प्रदान की।
डैरिल मिचेल -6/10
अपना पहला मैच खेल रहे मिचेल ने बल्ले से उतना प्रभावित नहीं किया मगर उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने दो ओवर में महज़ दस रन दिए और भारतीय टीम पर दबाव बनाने में मदद की।
कॉलिन डी ग्रैंडहोम-4/10
ग्रैंडहोम के पास इस मैच में ज्यादा कुछ करने के लिए नहीं था। वह पारी के अंत मे बल्लेबाजी करने आये और तीन रन बनाकर चलते बने। उन्होंने एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं की।
मिचेल सैंटनर-8/10
सैंटनर ने अपने ओवर में भारतीय टीम को दो झटके दिए। उन्होंने शंकर और पंत का विकेट चटकाकर भारतीय टीम की मुसीबत बढ़ाईं। वह गेंद की लाइनलेंथ और गति की विविधता का अच्छा इस्तेमाल करते नज़र आये।
स्कॉट कुगेलीन -5/10
स्कॉट कुगेलीन ने अंत में आकर महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने महज़ 7 गेंदों में 20 रन बनाए हालांकि वह गेंदबाजी में खास कमाल नहीं दिखा सके।
ईश सोढ़ी - 7/10
ईश सोढ़ी ने सैंटनर के नक्शेकदम पर चलते हुए एक ही ओवर में दो विकेट झटके। उन्होंने दिनेश कार्तिक और पांड्या का विकेट केकर भारत की मैच जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
टिम साउदी - 9/10
टिम साउदी ने अपने पहले दो ओवरों में महज़ 2 रन देकर टीम को अच्छी लय प्रदान की। उन्होंने बाद में रोहित शर्मा का विकेट भी झटका। अपने अंतिम स्पेल में आकर उन्होंने धोनी और क्रुणाल पांड्या को भी अपना शिकार बनाया।
लोकी फर्ग्यूसन -8/10
लोकी फर्ग्युसन ने महज़ 22 रन देकर 2 विकेट चटकाये। उन्होंने 150.8 की गति से गेंद फेंककर शिखर धवन का महत्वपूर्ण विकेट लिया। आखिर मे उन्होंने भुवनेश्वर कुमार का विकेट भी लिया।
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