Rohit Sharma handed Trophy to Special Player: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मुकाबला 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाना है, जो कि डे-नाइट टेस्ट है। इस मुकाबले की तैयारी के लिए भारतीय टीम ने प्राइम मिनिस्टर XI के खिलाफ दो दिवसीय अभ्यास मुकाबला खेला, जिसे मेन इन ब्लू 6 विकेट से जीतने में सफल रही। मुकाबले को जीतने के बाद रोहित शर्मा को विजेता कप्तान के तौर पर ट्रॉफी मिली, लेकिन उन्होंने इसे नए खिलाड़ी को नहीं सौंपी, बल्कि ऋषभ पंत के हाथों में थमाई। ऐसा करके हिटमैन ने पुरानी परंपरा को तोड़ दिया।
दरअसल, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने एक परंपरा शुरू की थी कि जब भी टीम कोई सीरीज जीतती थी, तो ट्रॉफी टीम में शामिल नए खिलाड़ियों को थमाई जाती थी, ताकि वो भी अपना शौक पूरा कर सकें और इस खास पल को एन्जॉय कर सकें। धोनी के बाद विराट कोहली, रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव ने भी इस परंपरा को जारी रखा। लेकिन प्रैक्टिस मैच जीतने के बाद रोहित ने ऐसे नहीं किया। हालांकि, ये कोई बड़ी बात नहीं है।
प्रैक्टिस मुकाबले में भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने दिखाया दमकम
वॉर्म-अप मुकाबले की बात करें, तो इसका पहला दिन बारिश में धुल गया था। इसकी वजह से दूसरे दिन दोनों टीमों के बीच 46-46 ओवरों का मैच हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए पीएम XI 43.2 ओवरों में 240 रनों पर ढेर हो गई थी। सैम कोंसटास ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतकीय पारी खेली थी। उन्होंने 97 गेंदों में 107 रन बनाए थे। वहीं, भारत की ओर से हर्षित राणा ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट हासिल किए थे।
टारगेट का पीछा करते हुए केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने भारतीय टीम को जबरदस्त शुरुआत दिलाई थी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 75 रन जोड़े थे। जायसवाल 45 रन बनाकर आउट हो गए थे। इसके बाद शुभमन गिल ने 62 गेंदों में 50 रन बनाए। नितीश रेड्डी (42) और वाशिंगटन सुंदर (42*) के बल्ले से भी उपयोगी पारियां निकली। मेन इन ब्लू ने 4 विकेट खोकर ही टारगेट को हासिल कर लिया था। टीम इंडिया ने पूरे 46 ओवर खेले थे।