भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा वनडे (IND vs SA) बोलैंड पार्क, पार्ल में खेला गया। इस मैच में मेजबान टीम ने भारत को 7 विकेट से हराया। 3 मैचों की वनडे सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी टीम 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 287 रन बनाए। जवाब में उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 48.1 ओवरों में मात्र 3 विकेट खोकर लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया। दक्षिण अफ्रीकी सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (78 रन) को शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया।
आइये नज़र डालते हैं दूसरे वनडे में बने प्रमुख आंकड़ों पर:
# केएल राहुल अपने कप्तानी करियर के पहले 2 वनडे मैचों में हार झेलने वाले भारत के 5वें कप्तान बने। इससे पहले अजीत वाडेकर, दिलीप वेंगसरकर, क्रिस श्रीकांत और मोहम्मद अजहरुद्दीन को कप्तान के तौर पर अपने पहले 2 वनडे मैचों में हार झेलनी पड़ी थी।
# पार्ल में खेले गए 15 वनडे मैचों में दक्षिण अफ्रीका ने सर्वाधिक लक्ष्य (288) का सफलतापूर्वक पीछा किया। इससे पहले 2001 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 250 रनों का टारगेट चेज किया था।
# 288 रन को हासिल करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने भारत के खिलाफ वनडे में तीसरा सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया।
# भारतीय टीम की एशिया के बाहर यह लगातार तीसरी वनडे सीरीज हार है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में टीम को हार का सामना करना पड़ा था।
# घर के बाहर पिछले 11 वनडे में भारत की यह 8वीं हार है।
# भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार पिछले लगातार 5 वनडे मैचों में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोई भी विकेट हासिल नहीं कर सके हैं। उन्होंने इस दौरान कुल 32 ओवर गेंदबाजी की है।
# दक्षिण अफ्रीकी सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी काक ने भारत के खिलाफ वनडे क्रिकेट में 7वीं बार 50 से अधिक रनों की पारी खेली। इससे पहले वे भारत के खिलाफ 5 शतक और एक अर्धशतक जड़ चुके थे।
# ऋषभ पंत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 85 रन बनाकर अपने वनडे करियर का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर दर्ज किया।
# ऋषभ पंत की 85 रनों की पारी किसी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा दक्षिण अफ्रीका में बनाया गया वनडे का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है। उन्होंने इस मामले में राहुल द्रविड़ को पीछे छोड़ दिया। 2001 में द्रविड़ ने डरबन में 77 रनों की पारी खेली थी।
# इस मैच में विराट कोहली बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। वे वनडे करियर में 14वीं बार शून्य पर ऑउट हुए। इसके साथ ही साथ पहली बार किसी स्पिनर ने उन्हें शून्य पर आउट किया।