भारतीय टीम में एक तरफ जहां कुछ क्रिकेटर का प्रदर्शन लगातार शानदार दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जिनका प्रदर्शन शर्मनाक रहा है। कुछ समय पहले तक इनमें से कुछ क्रिकेटर भारतीय टीम का अहम अंग हुआ करते थे, किंतु उन्हें अब टीम में शामिल होने के लिए जूझना पड़ रहा है। ऐसे ही कुछ क्रिकेटर को साथ में लेकर हमने एक प्लेइंग इलेवन टीम बनाई हैं, तो आइए जान लेते हैं इस टीम में कौन-कौन से क्रिकेटर शामिल है?
#3 टीम के टॉप ऑर्डर, मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल एक होनहार ओपनर बल्लेबाज है, जो भारतीय टीम में शामिल होने के लिए जूझते हुए नजर आए है। 2017-18 के दौरान भारत के डोमेस्टिक क्रिकेट में कई रिकॉर्ड तोड़ने के बाद, जहां उन्होंने 2000 से अधिक रन बनाए, ऐसा लग रहा था कि वे भारतीय टीम का एक महत्वपूर्ण भाग होने वाले हैं। किंतु हर बार जब ऐसा लगा कि वह भारतीय टीम में शामिल होंगे, तभी उन्हें चयनकर्ताओं द्वारा टीम में शामिल ही नहीं किया गया। मयंक अग्रवाल को ऑस्ट्रेलिया टूर के समय भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया था किंतु अभी भी लिमिटेड ओवर क्रिकेट में वह अपनी जगह टीम में नहीं बना सके हैं।
अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे लंबे समय तक भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं, किंतु पिछले कुछ समय से वे लिमिटेड ओवर क्रिकेट में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं रहे। अजिंक्य रहाणे को जब भी मौका दिया गया, तब उन्होंने नियमित रूप से अच्छा प्रदर्शन किया। 2017 से लेकर 2018 तक उन्होंने लगातार 6 अर्धशतक लगाए थे, किंतु इसके बाद वे दो मुकाबलों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, जिसके बाद उन्हें अभी तक मौका नहीं दिया गया है। अजिंक्य रहाणे के टीम में शामिल होने में एक बड़ी कठिनाई यह भी है कि टॉप क्रिकेटर के होते हुए वे किस स्थान में बल्लेबाजी करने आएंगे, यह निश्चित नहीं है।
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#2 मिडिल ऑर्डर, मनोज तिवारी
मनोज तिवारी एक ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक मारने के बावजूद, उसके बाद से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया है। जिसके 14 मुकाबले बाद उन्हें एक बार फिर भारतीय टीम में शामिल किया गया, और इस बार मनोज तिवारी ने 21 रन बनाए एवं चार विकेट भी लिए। इतने अच्छे प्रदर्शन के बावजूद इसके बाद वे भारतीय टीम की ओर से मात्र 2 वनडे मुकाबले खेल सके और अभी तक टीम से बाहर चल रहे हैं।
करुण नायर
करुण नायर टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से एक ही मुकाबले 300 से अधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने। किंतु इसके बावजूद उन्हें एक नियमित खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। भारत के इंग्लैंड दौरे में करुण नायर को चुना तो गया, किंतु खेलने का मौका ही नहीं दिया गया। जो उनकी प्रतिभा के साथ एक बड़ा खिलवाड़ है।
मनीष पांडे
मनीष पांडे को दर्शको द्वारा काफी कम आंका गया, दर्शकों का कहना था कि उन्हें काफी मौके दिए गए। किंतु वास्तविकता यह है कि अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उन्हें सिर्फ 18 मौके दिए गए। साथ ही लगातार वनडे मुकाबलों में भी उन्हें नहीं खिलाया गया। मनीष पांडे एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका रन बनाने का औसत टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में काफी अच्छा है। किंतु इसके बावजूद उन्हें भारतीय टी-20में भी शामिल नहीं किया गया है।
दिनेश कार्तिक ( विकेटकीपर)
दिनेश कार्तिक को वर्तमान समय में सबसे दुर्भाग्यशाली क्रिकेटर माना जा सकता है। दिनेश कार्तिक को लेकर एक बड़ी बात समझ में नहीं आई कि उनके अच्छे फॉर्म में होते हुए उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में हिस्सा नहीं दिया गया। दिनेश कार्तिक के वर्ल्ड कप 2018 में टीम का हिस्सा होने की बात भी तय नहीं है। ऋषभ पंत के स्थान पर उन्हें टीम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। पिछले कुछ समय में ऋषभ पंत के प्रदर्शन से एक बात तो साफ हो चुकी है, कि ऋषभ पंत की तुलना में दिनेश कार्तिक एक अच्छे विकेटकीपर साबित हो सकते हैं।
#1 टीम के गेंदबाज, मोहित शर्मा
मोहित शर्मा ने डोमेस्टिक स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। किंतु इसके बावजूद उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर में खेलने के लिए ज्यादा मौके नहीं दिए गए। मोहित शर्मा 2015 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे, किंतु उस समय उन्हें एक इंजरी का सामना करना पड़ा था। फिलहाल भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं, जिस कारण उनके स्थान पर मोहित शर्मा को टीम में शामिल करना एक बड़ी बेवकूफी होगी। लेकिन मोहित शर्मा, उमेश यादव के स्थान पर एक अच्छे सब्स्टीट्यूट बॉलर बन सकते है।
क्रुणाल पांड्या
हार्दिक पांड्या के भाई क्रुणाल पांड्या ने डोमेस्टिक क्रिकेट में 2016 से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। कुणाल पांड्या गेंदबाजी के साथ साथ बल्लेबाजी भी कर सकते हैं, जो भारतीय टीम में अहम भूमिका निभा सकते हैं। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद सभी को यह लग रहा था कि अब कुणाल पांड्या को टीम में खेलने का मौका दिया जाना चाहिए, किंतु चयनकर्ताओं ने कुणाल पांड्या के स्थान पर रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल करना अच्छा समझा। हालिया डॉमेस्टिक क्रिकेट के फॉर्म को देखा जाए, तो क्रुणाल पांड्या का प्रदर्शन रविंद्र जडेजा की तुलना में काफी अच्छा रहा था।
सिद्धार्थ कौल
सिद्धार्थ कौल ने आईपीएल के सभी सीजन में शानदार प्रदर्शन किया है। किंतु उन्हें भारतीय टीम में अपनी उपयोगिता सिद्ध करने के ज्यादा मौके दिए ही नहीं गए। इसके पीछे का मुख्य कारण भारतीय गेंदबाज जैसे- जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार का लगातार अच्छा प्रदर्शन करना रहा है। यही कारण है कि वे वर्ल्ड कप 2019 के लिए भारतीय टीम में भी शामिल नहीं हो सकेंगे।
शार्दुल ठाकुर
शार्दुल ठाकुर पिक ऐसे गेंदबाज है जो 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने में सक्षम है। शार्दुल ठाकुर को भारतीय टीम की ओर से कुछ मुकाबलों में खेलने का मौका दिया गया, जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन कर विकेट भी लिए। किंतु वे इस दौरान थोड़े महंगे गेंदबाज साबित हुए। अपने टेस्ट डेब्यू के दौरान दूसरे ही ओवर में वह इंजर्ड हो गए, जिसके बाद आज तक उन्हें टेस्ट क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं दिया गया।
अमित मिश्रा
अमित मिश्रा को सर्वश्रेष्ठ स्पिनर गेंदबाजों में से एक माना जाता है। यही नहीं उनकी तुलना हरभजन सिंह और अनिल कुंबले से भी की जाती है। अपने आईपीएल करियर में उन्होंने कई सफलताएं हासिल की हैं। किंतु अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है। रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के भारतीय टीम से जाने के बाद उनका स्थान कुलदीप यादव और यूज़वेंद्र चहल ने ले लिया है, किंतु अमित मिश्रा को इस दौरान खेलने का मौका नहीं दिया गया।