इंग्लैंड दौरे पर होने वाले भारतीय पुरुष और महिला टीमों के खिलाड़ियों, कोचिंग और सहयोगी स्टाफ के परिवारों को यूके सरकार ने दौरे पर उनके साथ जाने की मंजूरी दे दी है। इंग्लैंड (England) के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले पुरुषों की टीम न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलकर करीब चार महीने तक दौरे पर रहेगी। महिलाओं को एक टेस्ट और उसके बाद तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं।
परिवार उस चार्टर फ्लाइट में सवार होंगे जो पुरुष और महिला टीमों को लेकर इंग्लैंड के लिए उड़ान भरेगा। 3 जून को टीमें लंदन में उतरेंगी। वहां से दोनों टीमें साउथैम्पटन जाएंगी और प्रबंधित क्वारंटीन की अवधि पूरी करेगी। कितने दिनों का क्वारंटीन होगा, इसकी जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।
यह पता चला है कि भारत की महिलाएं इसके बाद ब्रिस्टल जाएंगी, जहां इंग्लैंड के खिलाफ उनका एकमात्र टेस्ट मैच होगा। पुरुषों की टीम के भी साउथैम्पटन में एजेस बाउल में नियंत्रित क्वारंटीन के बाद ट्रेनिंग शुरू करने की उम्मीद है। फिलहाल दोनों टीमें एक ही होटल में मुंबई में हैं, जहां टीम का एक हिस्सा दो हफ्ते से क्वारंटीन में है। दूसरा हिस्सा मुंबई के निवास करने वाले खिलाड़ी हैं जो पिछले सप्ताह क्वारंटीन में शामिल हुए। ये सभी खिलाड़ी अपने-अपने कमरों में ही आइसोलेशन में हैं।
29 मई को आईसीसी ने घोषणा की थी कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल को यूके सरकार द्वारा मानक कोविड 19 प्रोटोकॉल से छूट दी गई थी, टीमें सभी दिशा निर्देशों का पालन कर रही है इसलिए छूट मिली। यह छूट महत्वपूर्ण है क्योंकि यूके सरकार ने भारत को उन देशों की लाल सूची में डाल दिया था जहां अप्रैल से सभी यात्राएं प्रतिबंधित हैं। जिन लोगों को मंजूरी दी जाती है, उन्हें भुगतान के साथ आइसोलेशन में दस दिन रहना अनिवार्य है। यह नियम ब्रिटिश नागरिकों के लिए भी लागू है।