विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट में खेलेंगे और फिर वापस भारत लौट आएँगे। उनकी पत्नी बच्चे को जन्म देगी इसलिए विराट कोहली भारत लौटेंगे। उनके बिना टीम लगभग एक महीने तक ऑस्ट्रेलिया में रहेगी और तीन टेस्ट मैच खेलेगी। भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में अंकों के प्रतिशत वाला नियम आने के बाद दूसरे स्थान पर आ गई है। ऐसे में विराट कोहली की इतनी लम्बी छुट्टी के कारण टीम को नुकसान होना तय है।
बच्चे के जन्म के मौके पर जरुर पत्नी के साथ उन्हें रहना चाहिए लेकिन उसके लिए पूरे दौरे से बाहर रहना समझ से परे है। वह भी ऐसे समय में, जब टीम को को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में पहले ही अंक तालिका में नुकसान हुआ है। इस दौरे पर भारतीय टीम टेस्ट सीरीज हारती है, तो टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जाने का रास्ता काफी मुश्किल हो सकता है।
आईपीएल में विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा आरसीबी के लिए चीयर करते हुए दिखाई दी थी। उसी तरह उनकी पत्नी ऑस्ट्रेलिया में उनके साथ रहकर बच्चे को जन्म दे सकती थीं। विराट कोहली इस विकल्प के बारे में सोच सकते थे। कोरोना की बात करें, तो भारत में ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले स्थिति ज्यादा खराब है।
जब सचिन तेंदुलकर के पिता का देहांत हुआ था, उस समय वर्ल्ड कप चल रहा था और वह चार दिन के लिए भारत आकर वापस खेलने के लिए इंग्लैंड चले गए थे। इसके अलावा कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं, जिन्हें बच्चे के जन्म की सूचना मैदान पर मिली। आईपीएल के दौरान मनदीप सिंह के पिता का निधन हो गया लेकिन उन्होंने अपने कर्तव्य को आगे रखते हुए इस दुःख की घड़ी में टीम के साथ रहना उचित समझा। हाल ही में मोहम्मद सिराज के पिता का निधन हुआ है लेकिन उन्होंने भी टीम और देश का हित सोचते हुए खेलने का निर्णय लिया। खुद विराट कोहली की ही बात करें, तो जब वह रणजी ट्रॉफी में एक मैच खेल रहे थे, तब उनके पिता का निधन हो गया था और उन्होंने खेलने का निर्णय लिया था।
एलेन बॉर्डर का विराट कोहली से अनुरोध
इन सभी बातों के अलावा एलेन बॉर्डर ने कोहली से अनुरोध किया कि हम चाहते हैं, कि वह अपने बच्चे का जन्म ऑस्ट्रेलिया में ही कराएं। टीम को इस समय कोहली की जरूरत है लेकिन उनका टीम को छोड़कर जाना भारी पड़ेगा। कई बार इंटरव्यू में खिलाड़ी कहते हैं कि देश और टीम के लिए खेलने का सौभाग्य मिलना मेरे लिए सपना पूरा होने जैसा है। इस समय टीम को कोहली की जरूरत है, उन्हें देश और टीम के बारे में भी थोड़ा सोचना चाहिए क्योंकि एक महीने की छुट्टी कम नहीं होती है।