डेविड वॉर्नर, जॉनी बेयरस्टो, केन विलियम्सन और राशिद खान जैसे विदेशी खिलाड़ियों से सजी आईपीएल की टीम सनराइज़र्स हैदराबाद इस सीजन संघर्ष करते हुए दिखी। हैदराबाद की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी मध्यक्रम की बल्लेबाजी रही। जिस मैच में सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और जॉनी बेयरस्टो अच्छा स्कोर करते थे, उस मैच में सनराइज़र्स का पलड़ा भारी होता था अन्यथा उन्हें हार का सामना करना पड़ता था। इस सीजन एक-दो मैचों को अपवादस्वरूप छोड़ दिया जाय तो किसी भी मैच में मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने अपनी टीम को जीत नहीं दिलाई।
इस सीजन के शुरुआत में चोटिल होने के बाद कप्तान केन विलियम्सन भी संघर्ष करते हुए दिखे, जबकि मध्यक्रम में यूसुफ पठान, शाकिब अल हसन और दीपक हुडा जैसे अच्छे बल्लेबाज भी फ्लॉप साबित हुए। सनराइज़र्स हैदराबाद जो कि गेंदबाजी की दृष्टि से आईपीएल की सबसे मजबूत टीम मानी जाती है, वो भी संघर्ष करती दिखी। मुख्य गेंदबाज राशिद खान भी अपने क्षमता के अनुरूप अच्छी गेंदबाजी नहीं कर सके। हालांकि मोहम्मद नबी ने बल्ले एवं गेंद दोनों से शानदार योगदान दिया।
आज हम बात करने जा रहे हैं उन 3 खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें सनराइज़र्स हैदराबाद अगले सीजन रिलीज कर सकती है।
#3. सिद्धार्थ कौल:
पिछले साल आईपीएल में 21 विकेट चटकाकर अपनी टीम को फाइनल तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सिद्धार्थ कौल इस सीजन प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाए । वे पिछले सीजन सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में संयुक्त रूप से राशिद खान के साथ दूसरे स्थान पर थे। सिद्धार्थ कौल ने इस सीजन कुल 7 मैचों में हिस्सा लिया, जिसमे उन्होंने 40.33 की औसत से 6 विकेट चटकाए। जबकि उनकी इकोनॉमी 9 के करीब रही। इस सीजन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2/34 रहा।
सिद्धार्थ कौल पिछले सीजन सनराइज़र्स हैदराबाद के मुख्य तेज गेंदबाज हुआ करते थे। इस सीजन खलील अहमद और संदीप शर्मा के अच्छे प्रदर्शन के कारण उन्हें हैदराबाद अगले सीजन रिलीज कर सकती है।
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#2. दीपक हुडा:
सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए सबसे बड़ी समस्या उसके निचले मध्यक्रम के बल्लेबाज रहे। टीम के बल्लेबाजों ने स्लॉग ओवरों में खराब प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से वो जीत से दूर होते गए। दीपक हुडा इस साल उन खिलाड़ियों में से हैं जिनका यह सीजन खराब गुजरा है। दीपक हुडा की छवि एक हार्ड हिटर बल्लेबाज के रूप में है जो कम गेंदों में अधिक रन बनाने की क्षमता रखते हैं, इसीलिए टीम उन्हें निचले मध्यक्रम में जगह देती है।
हुडा ने इस सीजन 11 मैचों में हिस्सा लिया है, जिसमें उन्होंने 10 की औसत और 101 की स्ट्राइक रेट से मात्र 65 रन बनाए। दीपक हुडा के इस स्ट्राइक रेट को खराब इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि उन्हें स्लॉग ओवरों में बल्लेबाजी करने का मौका मिलता था। आईपीएल के स्तर से यह स्ट्राइक रेट बेहद खराब है। इस प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लगता है कि सनराइज़र्स हैदराबाद टीम उन्हें अगले सीजन रिलीज कर सकती है।
#1. यूसुफ पठान:
यूसुफ पठान के नाम आईपीएल में कई बड़े रिकॉर्ड्स दर्ज हैं। वे आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की ओर से 15 गेंदों पर अर्धशतक और राजस्थान रॉयल्स के लिए 37 गेंदों पर शतक शतक जड़ चुके हैं।
बड़ौदा के 36 वर्षीय ऑलराउंडर इस सीजन ऐसे दिखे जैसे उनकी बल्लेबाजी फॉर्म जैसे कहीं खो गई हो। उन्होंने इस सीजन 10 मैचों में 13.33 की औसत से मात्र 40 रन बनाए, जबकि उनका स्ट्राइक रेट 88.88 का रहा। उन्होंने इन 10 मैचों में से 8 पारियों में बल्लेबाजी की जिसमें वे 5 बार नॉट आउट रहे। हालांकि इस सीजन उनका स्पिनरों के खिलाफ स्ट्राइक रेट अच्छा रहा है, लेकिन तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनका स्ट्राइक रेट अच्छा नहीं रहा। उन्होंने इस सीजन मुंबई इंडियंस के खिलाफ पहले मैच में एक ओवर गेंदबाजी भी की जिसमें उन्होंने 8 रन दिए थे।
उनकी बढ़ती उम्र और घटते प्रदर्शन को देखते हुए सनराइज़र्स हैदराबाद टीम उन्हें अगले सीजन रिलीज कर सकती है।